बर्फबारी और धूप खिलने के बाद पर्यटकों के लिए तैयार औली - संजय कुंवर औली जोशीमठ

जोशीमठ: ओरेंज अलर्ट के बाद अब सीमांत का मौसम खुशगवार,औली रोड पर "पाला" बना पर्यटक वाहनों के लिए मुसीबत

संजय कुँवर 

पहाड़ी क्षेत्रों में ओरेंज अलर्ट की अवधि समाप्त होने के बाद अब मौसम खुशगवार हो चला है।पिछले 36घण्टों से सीमांत जोशीमठ प्रखण्ड के ऊँचाई वाले सभी इलाकों में साल की पहली बर्फबारी हुई है।बदरीनाथ धाम में भी इसबार जबरदस्त हिमपात हुआ है तो 12दिसंबर के बाद अब जाकर शीतकालीन पर्यटन स्थली औली बर्फ से गुलजार हुई है।अभी औली में करीब एक फिट बर्फ की सफेद चादर बिछी हुई है।नये साल की पहली बर्फबारी का औली में पर्यटकों ने पाले से पटी सड़कों पर ट्रैफ़िक जाम में  फसने के बावजूद पैदल चल कर खूब लुफ्त उठाया है।




 जोशीमठ औली मोटर मार्ग बर्फबारी के बाद आज पहले दिन पर्यटकों के वाहनों के लिए मुसीबत का सबब बन गया।जगह  - जगह औली रोड पर पर्यटक अपने - अपने वाहनों पर धक्का देते नजर आये।PWD विभाग द्वारा औली रोड पर आज कोई व्यवस्था नही की गई,आज सुबह से ही औली रोड पर पाला गिरने की वजह से पर्यटकों के वाहन सुनील कीचड़ बैंड से आगे आवाजाही करने में असमर्थ रहे।स्थानीय पर्यटन कारोबारियों की जिप्सियों के अलावा अन्य कोई वाहन दोपहर तक औली नहीं पहुँच सका। पूरे सड़क के किनारे पाले के चलते वाहन फिसल कर रेंगते नजर आये,gmvn औली स्की रिसोर्ट की पार्किंग में भी यही हाल रहा यहाँ भी सुबह से पर्यटकों के वाहन पाले की मार से जहाँ के तहाँ खड़े रहे।आफत में पर्यटकों ने अपने वाहनों को वहीं खड़े कर पैदल ही औली की सैर की।आज चटक धूप खिली होने के साथ खुशगवार मौसम में औली में बर्फ में अठखेलियाँ करने वाले सैलानियों की मन की मुराद पूरी हो गई है,वही नगर के निचले इलाकों में बर्फबारी नही होने से क्षेत्र के सेब बागवान चिंतित दिखाई दे रहे हैं।सही समय पर सेब के बाग़ानों में बर्फबारी नही होने पर बगीचों को चिल तापमान नही मिलता है जिससे सेब की पैदावार प्रभावित  होती है।कम से कम 45दिन का चिल तापमान सेब के बाग़ानों के लिए जरूरी होता है जो अभी नही मिल पाया है।