गोरसों बुग्याल की बर्फ़ीली ढलानों में पसीना बहा रहे एमएंडएसआई औली के हिमवीर प्रशिक्षु
संजय कुँवर गोरसों जोशीमठ
भारत तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीर जवान दशकों से भारत तिब्बत सीमा से सटे पठारी और बर्फ़ीली नीति माणा घाटियों से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक फैले भारतीय सीमा की विषम हालत में सुरक्षा चौकसी करती आ रही है।इसके साथ- साथ इन बर्फ़ीले धुरों और पहाड़ों की चुनोतियों का सामना करने के लिए ITBP बल के पास हिम क्रीड़ा केंद्र औली में खुद का माउंटेन एंड स्कीइंग इंस्टिट्यूट् मौजूद है। जहाँ से पूरे देश की पैरा मिलिट्री फोर्स,सहित ITBP की 60 से ऊपर की बटालियन के जवाँन अधिकारी आज पर्वतारोहण और स्कीइंग में पारंगत हैं। यही नही आज हिमवीर जवान स्कीइंग और पर्वतारोहण के क्षेत्र में देश - विदेश में भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कैसे हिमवीर जवान औली गोरसों के स्लोप पर हिमक्रीड़ा के गुरु सीख रहे हैं।
हिमक्रीड़ा को बढ़ावा देने के लिए औली में 70के दशक में खुला स्कीइंग एंड ,माउंटनियरिंग इंस्टिट्यूट् आज भी देश के लिए बर्फ़ीली सीमाओं की रक्षा के लिए जवानों को स्कीइंग और पर्वतारोहण के गुरु सिखाता चला आ रहा है। संस्थान के प्रिंसिपल DIG जी०एस०चौहान के कुशल दिशा निर्देशन में ITBP के औली कैम्पस में एमएंडएसआई औली के हिमवीर जवानों और अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा साहसिक पर्यटन से लेकर बर्फ़ानी खेलों पर्वतारोहण सर्च एवं रेस्क्यू अभियान,आपदा प्रबंधन,वाटर स्पोर्ट्स,माउंटेन बाईकिंग,से लेकर पर्यावरण संरक्षण,भारत स्वच्छ अभियान,फिट इंडिया जागरूकता, अभियांन को राज्य के कोने कोने से लेकर सीमांत जोशीमठ प्रखण्ड के गाँव गाँव में संचालित कर देश के नागरिकों को सकारात्मक संदेश पहुँचाया है।
वहीं संस्थान के डिप्टी कमांडेंट और ओलंपियन नानक चन्द ठाकुर सहित दर्जनों अन्य अधिकारी और हिमवीर जवाँन देश के लिए राष्ट्रीय ही नही अपितु ओलंपिक और वर्ल्ड कप प्रतियोगिताओ में देश के तिरंगे की शान कायम रखे हुए है,तो पर्वतारोहण के क्षेत्र में भी संस्थान के प्रशिक्षु एवरेस्ट सहित दर्जनों हिमालयी दुरह चोटियों पर देश का तिरंगा फहरा चुके हैं।