ऊखीमठ : साधन सहकारी समिति एव मिनी बैंक मस्तूरा दैडा़ में लाखों रूपये की हेराफेरी एवं बैंक अभिलेखों से की गई छेड़छाड़ कर गमन की जांच की मांग को लेकर काश्तकारों का एक प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मुलाकात की।उन्होंने जिलाधिकारी से मामले पर निष्पक्ष जांच करते हुए गम्भीरता से उचित कार्यवाही करने की मांग की है।
बुधवार को सहकारी समिति मस्तूरा से सम्बद्ध ग्राम सभा हुड्डू,उषाणा, काण्डा-बरंगाली,दैड़ा, सारी एवं करोखी सहित तुंगनाथ घाटी के विभिन्न गांवों के ग्रामीण कृषक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे।काश्तकारों का कहना है कि समिति के तत्कालीन सचिव धीरेंद्र बर्तवाल द्वारा बैंक अभिलेखों से छेड़छाड़ कर फर्जी हस्ताक्षरों से लाखों रुपए का गबन किया। जबकि तत्कालीन सचिव धीरेंद्र बर्तवाल की अक्टूबर 2013 में मौत हो चुकी है अब विभाग द्वारा 167 काश्तकारों पर 81,82912 का बकाया दिखाया गया है जिसमें से 70 काश्तकारों को वसूली के नोटिस भी विभाग द्वारा थमा दिये गए हैं। जांच की मांग को लेकर काश्तकारों द्वारा तहसील परिसर ऊखीमठ में मार्च 2018 से 52 दिनों का क्रमिक अनशन भी किया गया। लेकिन प्रशासन के आश्वासन के बाद भी उचित जांच नहीं हो पाई है।अब कृषकों को अनावश्यक रूप से विभाग द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। काश्तकारों का कहना है कि वर्ष 2010 में तत्कालीन क्षेत्र पंचायत प्रमुख फते सिंह रावत द्वारा उक्त मिनी बैंक शाखा में दो वर्ष के लिए 1 लाख 24 हजार रुपये की एफ डी बनाई गयी थी मगर मिनी बैंक शाखा द्वारा उनका भुगतान करने के बजाय उन पर 40 हजार का उल्टा ऋण दिखाया गया है। प्रतिनिधि मंडल में पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल,वन पंचायत सरपंच भगत सिंह नेगी पूर्व प्रधान सारी घनश्याम लाल, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य जसवीर सिंह नेगी, नरेंद्र सिंह नेगी, प्रताप सिंह बज्वाल आदि मौजूद थे! जिलाधिकारी मनुज गोयल द्वारा उपजिलाधिकारी ऊखीमठ को तत्काल जांच करने के निर्देश दिए हैं।