गुलदार पिंजरे में हुआ कैद, ग्रामीणों व वन विभाग ने ली राहत की सांस - संजय कुंवर जोशीमठ

 एक माह से जोशीमठ क्षेत्र के गोविन्द घाट रेंज में बलदौड़ा क्षेत्र और पैंका गाँव में आतंक का पर्याय बना नर भक्षी गुलदार   बना विभाग के पिंजरे में कैद होने से वन विभाग और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। ग्रामीणों औऱ वन विभाग कर्मियों द्वारा कड़ी मेहनत से इस नर भक्षी तेंदुए को पिंजरे में कैद कर लिया है।


 बता दें कि इसके दहशत के चलते ग्रामीणों का बाहर निकलना मुश्किल हो रखा था, विष्णुप्रयाग और बलदोडा के आसपास इसका भारी आतंक मचा हुआ था। यह बाघ अब तक दो लोगों को अपना निवाला बना चुका था औऱ कई लोगों को घायल कर चुका है। यही नही वन विभाग के एक अधिकारी कल पैंका गाँव में मौक़े पर पहुँचने पर ही इसके घात लगाकर किये आक्रमण से बाल वाल बचे हैं। लंबे समय से इसको पकड़ने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन यह वन विभाग के कैद में नही आ पा रहा था। कल वन विभाग ने पिजड़ा लगाकर पिंजरे में बकरी को रखा और आज सुबह गुलदार पिजरे में आ गया यह 11 साल का बताया जा रहा है। अब इसको रेसक्यू सेन्टर हरिद्वार ले जाया जाएगा।विष्णुप्रयाग के पास नरभक्षी बाघ पिजरे में कैद।नरभक्षी बाघ बना चुका था 2 लोगों को निवाला।विष्णुप्रयाग घाटी में बना था आतंक का पर्याय।वन विभाग सहित ग्रामीणों ने ली राहत की  सांस