केदार घाटी के निचले हिस्सों में मौसम के अनुकूल बारिश होने से सम्पूर्ण केदार घाटी शीतलहर लहर की चपेट में आने के कारण आम जनमानस के घरों में कैद रहने से बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा । बता दें कि केदार घाटी में विगत कई दिनों के बादल छाने के कारण भारी ठंड महसूस हो रही थी तथा हिमालयी क्षेत्रों में मौसम के अनुकूल बर्फबारी तथा निचले क्षेत्रों में बारिश न होने के कारण काश्तकारों की चिन्ताये बढ़ती जा रही थी! शनिवार सुबह को मौसम के अचानक करवट लेने से केदार घाटी के हिमालयी क्षेत्रों सहित केदारनाथ, मनणामाई, मदमहेश्वर, पाण्डवसेरा, नन्दीकुण्ड, तुंगनाथ, राकेश डाडा, कार्तिक स्वामी, पवालीकांठा, विसुणी ताल बर्फबारी से लदक होने तथा निचले क्षेत्रों में मौसम के अनुकूल बारिश होने के काश्तकारों के चेहरे खिल उठे है। आने वाले दिनों में यदि मौसम का मिजाज इसी प्रकार रहा तो तुंगनाथ घाटी के निचले क्षेत्रों में भी बर्फबारी होने से तुंगनाथ घाटी में बर्फबारी का आनन्द लेने के लिए सैलानियों की आवाजाही शुरू होने के कारण स्थानीय पर्यटन व्यवसाय में इजाफा हो सकता है ! केदार घाटी के निचले क्षेत्रों में मौसम के अनुकूल बारिश होने के सम्पूर्ण केदार घाटी शीतलहर की चपेट में आने के कारण मुख्य बाजारों में ग्रामीणों की आवाजाही न होने से सन्नाटा पसरा रहा! केदार घाटी के निचले क्षेत्रों में मौसम के अनुकूल बारिश होने से रूद्रप्रयाग - गौरीकुण्ड हाइवे जगह - जगह कीचड़ में तब्दील होने से ग्रामीणों को जान हथेली पर रखकर आवाजाही करने पड़ रही है! तुंगनाथ घाटी के व्यापारी प्रदीप बजवाल ने बताया कि तुंगनाथ घाटी के अधिकांश पर्यटन स्थल बर्फबारी से लदक तो हो गये है मगर मौसम के अनुकूल बर्फबारी कम हुई है! उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में यदि मौसम का मिजाज इसी प्रकार रहा तो तुंगनाथ घाटी में जमकर बर्फबारी होने के बाद सैलानियों की आवाजाही में भारी इजाफा हो सकता है! केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग रेज अधिकारी ललित मोहन नेगी ने बताया कि मदमहेश्वर यात्रा पडाव नानौ तक बर्फबारी हो चुकी है।
केदारघाटी में बारिश व बर्फबारी से काश्तकारों के चेहरे खिले - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ