ऊखीमठ : ग्राम पंचायत उषाडा के वन पंचायत सरपंच देवेन्द्र बजवाल ने उप प्रभागीय वनाधिकार रूद्रप्रयाग को ज्ञापन भेज कर वन पंचायत उषाडा की भूमि दुगलविट्टा में निर्माणाधीन वन आरक्षी चौकी का विरोध करते हुए कहा है कि विभाग द्वारा पूर्व में प्रकाशित निविदा में वन आरक्षी चौकी के निर्माण के लिए वन पंचायत मक्कू की भूमि के लिए निविदा आमन्त्रित की गयी है।जबकि वन आरक्षी चौकी का निर्माण वन पंचायत उषाडा की वन भूमि में किया जा रहा है। उप प्रभागीय वनाधिकारी रूद्रप्रयाग को भेजे ज्ञापन का हवाला देते हुए वन पंचायत सरपंच उषाडा देवेन्द्र बजवाल ने बताया कि विभाग द्वारा 28 अक्टूबर 2020 को प्रकाशित निविदा में वन आरक्षी चौकी निर्माण के लिए प्रकाशित निविदा में वन पंचायत मक्कू का नाम प्रकाशित किया गया है, जबकि वन आरक्षी चौकी का निर्माण वन पंचायत उषाडा की भूमि में किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि वन आरक्षी चौकी के निर्माण में किसी प्रकार की आपत्ति तो नहीं है मगर विभाग द्वारा पूर्व में प्रकाशित निविदा के आधार पर वन आरक्षी चौकी का निर्माण करना चाहिए। ग्रामीण रामचन्द्र सिंह बजवाल, दलेप सिंह बजवाल, प्रताप सिंह बजवाल का कहना है कि तुंगनाथ घाटी में विभाग द्वारा निर्माणाधीन वन आरक्षी चौकी के निर्माण का विरोध तो नहीं है मगर विभाग द्वारा पूर्व में प्रकाशित निविदा के आधार पर ही वन आरक्षी चौकी का निर्माण करना चाहिए था। उनका कहना है कि यदि विभाग सुविधा के अनुसार वन पंचायत उषाडा की भूमि में वन आरक्षी चौकी का निर्माण कर रहा है तो वन आरक्षी चौकी निर्माण से पूर्व वन पंचायत सरपंच सहित ग्रामीणों को विश्वास में लेना चाहिए था। वहीं दूसरी ओर विभागीय उप वनाधिकारी से वार्ता करनी चाहिए मगर वार्ता नहीं हो पाई।