एनएच व प्रशासन की कार्यप्रणाली की भेंट चढ़ी 36 साल से आजीविका का साधन
ऑल वेदर रोड के विस्तारिकरण के लिये NH व प्रशासन की टीम ने लगातार पीपलकोटी मुख्य बाजार में लगी ठेलियों को हटाने के लिये पूरे दलबल के साथ नवम्बर माह में तीन से चार बार व्यापारियों को चेतावनी दी गई। जबकि व्यापारियों ने कहा कि जब भी आपको कार्य करना होगा उससे 12 घंटे पहले ही हम अपनी दुकानों को खाली कर देंगे। लेकिन ऐसा लगता था कि जैसे सारा काम इन बेचारे ठेली वालों ने ही रोक के रखा हो। आखिर 1 दिसंबर की रात में ही सारे ठेली वालों ने अपनी 35 से 40 साल पूर्व की आजीविका के साधन को विकास की भेंट खुशी - खुशी दे दी । प्रभावित व्यवसायियों का कहना है कि उस जगह पर 2 दिन दिखाने मात्र को NKG कंपनी के जेसीबी ने काम किया । फिर सब कुछ सामान्य है। आज वो स्थान टैक्सियों के पार्किंक व बाजार में कही पर भी शौचालय की व्यवस्था न होने के कारण शौच करने का प्रमुख अड्डा बना हुआ है।
जबकि उस स्थान पर ठेली लगा कि जीवनयापन करने वाले व्यापारी बंधु या तो बेरोजगार हो गये हैं या अन्यत्र भारी भरकम महीने के किराये पर अपने परिवार का भरण पोषण करने हेतु व्यवसाय कर रहे हैं। इसमें सबसे बड़ा रोल नगर पंचायत पीपलकोटी का है जो यदि सही निर्णय लेने में सक्षम होती व अपनी कार्यप्रणाली में तेजी दिखती तो आज तक वो सारे स्थान चोडा होकर व्यापारियों हेतु दुकान बनवाने का कार्य प्रारंभ हो जाता। पर अफसोस की किसी की रोजी रोटी का स्थान आज किसी के शौच के काम आ रहा है। अब न NH की मशीन दिखाई दे रहे है न खाली करवाने वाले प्रशासन के कर्मठ अधिकारी। चौड़ीकरण में पीपलकोटी बाजार में दो दर्जन से अधिक दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित हुआ है। इन सबका साथ न तो सरकार ने और न ही नगरपंचायत ने दिया। दुकानदारों ने अपने लाखों का सामान इधर-उधर रखा हुआ है।
सरकार स्थानीय प्रशासन और नगर पंचायत द्वारा बिना व्यापारियों की चिंता किए उन्हें उखाड़ कर फेंक दिया गया। जहां पूरा देश और विश्व इस समय कोरोना महामारी से प्रभावित हुआ है। इससे पूरे देश की अर्थव्यवस्था की कमर टूट चुकी है। करोड़ों लोग बेरोजगारी का दंश झेल रही है। ऐसे समय में नगरपंचायत पीपलकोटी के दुकानदार व ठेली व्यवसाई अपनी आजीविका चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। लेकिन एनएच चौड़ीकरण में सभी का रोजगार प्रभावित हुआ है। नगर पंचायत अध्यक्ष रमेश बडवाल का कहना है कि उनके द्वारा इस संबंध में एन एच के अधिकारियों को चौड़ीकरण कार्य में जितनी कटिंग होनी है उसे पूरा किया जाए। लेकिन एनएच अधिकारी उनके नहीं सुन रहे हैं।उन्होंने कहा कि कटिंग के बाद जो जगह बचती है उसमें त्वरित दुकानें बनाई जाएंगी और प्राथमिकता के आधार पर प्रभावितों को पहले दुकान आवंटित की जाएगी।