नंदादेवी राष्ट्रीय पार्क के अधिकारियों ने सुखद आश्चर्य व्यक्त किया जब उनको लम्बे दशकों बाद रेंज कार्यालय जोशीमठ में एक लुप्तप्राय दुर्लभ भारतीय विशालकाय उड़न गिलहरी (इंडियन जाइंट फ्लाईंग स्किवरेल)घायल अवस्था में देखने को मिली,जिसे बद्रीनाथ नेशनल हाई वे से जोगी धारा क्षेत्र से मॉर्निंग वाकिंग को निकले एक स्थानीय वन्य जीव प्रेमी द्वारा सूचना देने पर पार्क कर्मियों द्वारा इस उड़न गिलहरी को अपने उपचार हेतु पार्क के रेंज कार्यालय ले आये।
दरअसल इस जीव को वन्यजीव अधिनियम 1972 के तहत संरक्षित श्रेणी में रखा गया है,यह केंटुरिड परिवार के कृंतक की एक प्रजाति है, यह दुर्लभ जीव भारत सहित चीन,इंडोनेशिया,म्याँमार,श्री लंका,ताईवान और थाईलैंड जैसे अन्य देशों में पाया जाता है।नंदादेवी नेशनल पार्क के सूत्रों ने बताया कि यह गर्म वातावरण का प्राणी है जो समुद्रतल से 1000फिट की ऊँचाई के आसपास मौजूद शंकुधारी वनों से घिरे प्राकृतिक आवासों में रहते हैं, और यह इन्डियन जाइंट फ्लाईंग स्किवरेल बाहर से किसी कारण वश ही जोशीमठ की सीमा में पहुँचा है और इसका अभी उपचार किया जा रहा है।ठीक होने पर इस दुर्लभ प्राणी को उसके प्राकृतिक आवास की और सुरक्षित छोड़ दिया जायेगा।