उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने नंदासैंण में किया महाविद्यालय भवन का शिलान्यास - पहाड़ रफ्तार चमोली

 राजकीय महाविद्यालय नंदासैंण में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्र-छात्राओं को अब जल्द ही अपने महाविद्यालय का भवन मिलेगा। प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने रविवार को नंदासैंण में 298.52 लाख की लागत से लगभग 32 नाली भूमि में निर्मित होने वाले राजकीय महाविद्यालय भवन का शिलान्यस कर भूमि पूजन किया। स्थानीय गांव वालों ने महाविद्यालय के लिए यहां पर भूमि दान दी है। कार्यादायी संस्था ग्रामीण निर्माण को महाविद्यालय भवन निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें मुख्य सडक मार्ग से महाविद्यालय तक लगभग 800 मीटर सडक का निर्माण भी शामिल है। नंदासैंण में जून 2014-15 में सरकार ने महाविद्यालय को स्वीकृति देते हुए प्राचार्य, प्रवक्ताओं समेत कर्मचारियों के पद स्वीकृत किए। वर्ष 2015-16 से महाविद्यालय का संचालन शुरू हुआ और अब महाविद्यालय भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन होने पर क्षेत्रवासी बेहद खुश हैं। वर्तमान में इस डिग्री कालेज में क्षेत्र के लगभग 15 से अधिक गांवों के 150  छात्र -छात्राएं अध्ययनरत हैं। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री ने नंदासैंण महविद्यालय में 4जी नेटवर्क सेवा का उद्घाटन भी किया। क्षेत्रवासियों ने मा उच्च शिक्षा मंत्री के आगमन पर जोरदार स्वागत किया।



 उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस महाविद्यालय के बारे मे गलत अफवाह फैलाई जा रही थी कि ये महाविद्यालय यहां से शिफ्ट किया जा रहा है लेकिन हमारी सरकार ने यहां पर फैल रही सभी भ्रांतियों पर विराम लगाते हुए यहां पर उच्च शिक्षा की जरूरतों को देखते हुए आज यहां पर महाविद्यालय भवन निर्माण के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास किया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यहां पर गांव के लोगों ने पर्याप्त जमीन दान दी है और आने वाले समय मे यहां पर छात्रावास भी बनाया जाएगा।

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि महाविद्यालय नंदसैंण भवन का 11 महीने में बनकर तैयार होगा। इसके लिए कार्यदायी संस्था को पूरी धनराशि दे दी है। भरोसा दिलाया कि अगर 11 महीने मे भवन तैयार नही हुआ तो ठेकेदार पर कार्यवाही की जाएगी।  महाविद्यालय में  संचालित 6 विषयों के अतिरिक्त अगले सत्र से इतिहास और  भूगोल विषय भी संचालित किए जाएंगे और महाविद्यालय में प्राचार्य सहित शतप्रतिशत प्राध्यापकों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने नंदासैंण महाविद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया।  कहा कि नंदसैंण महाविद्यालय में हर बच्चे को निशुल्क किताबें, कॉलेज में चार स्मार्ट क्लासेस, ई-ग्रंथालय, शुद्ध पेयजल,  विद्युत आपूर्ति और विद्युत आपूर्ति के लिए जनरेटर की व्यवस्था एवं पूरे  कॉलेज में वाईफाई की सुविधा दी जाएगी।  उन्होंने कहा कि राज्य में 15 दिसंबर से सभी कॉलेजों में ऑफलाइन क्लासेस भी शुरू की जा रही हैं।वही दूसरी ओर उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने विकासखंड कर्णप्रयाग के सिमली में 10.85 लाख की लागत से बनने वाले डेरी प्रयोगशाला कक्ष, 20 लाख लागत के ईटीपी पुनरोद्वार, 11.75 लाख लागत के चारा बैंक एवं गोदाम, 18.08 लाख लागत से पुराने अमोनिया कम्प्रेशर रुम को प्रसंस्करण कक्ष मे परिवर्तित करने एवं वर्तमान प्रसंशकरण कक्ष के पुनर्दार तथा 5 लाख लागत से प्रयोगशाला उपकरणों की स्थापना कार्यो का शिलान्यास और जिला योजना के अन्तर्गत 10 लाख की लागत से निर्मित भूसा गोदाम का लोकार्पण कर जिले की बडी सौगात दी।

इसके साथ ही रतूडा गांव में रत्नेश स्वायत्त सहकारिता दुग्ध संयंत्र भवन एवं गौशाला निर्माण कार्यो का भी शिलान्यास किया। रतूडा गांव को प्रदेश सरकार ने संस्कृत ग्राम घोषित किया हैं जिसके तहत गांव में दुग्ध व्यवसाय सहित अन्य स्वरोजगार योजनाओं को धरातल पर उतारकर पलायन को रोकने के लिए रत्नेश स्वयं सहायता समूह का गठन भी किया है।इस अवसर कर्णप्रयाग विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, डीसीबी अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा सचिव विनोद रतूडी, कर्णप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष दमयंती रतूड़ी,  क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि,  राजकीय महाविद्यालय नंदासैंण के प्राचार्य डॉ  वीके सिंह स्थानीय जनता एवं छात्र छात्राएं मौजूद थे