आदि गुरु शंकराचार्य की पवित्र गद्दी नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंची, लोगों ने फूलों से किया स्वागत, पौराणिक कोठ में हुई स्थापित गद्दी
बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद अब आदि गुरु शंकराचार्य की पवित्र गद्दी बदरीनाथ धाम से योग ध्यान मंदिर पांडुकेश्वर होकर अपने मूल निवास जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में पौराणिक मठ आंगण कोठ में स्थापित हो गई है।आज आदि गुरु शंकराचार्य गद्दी की पूजा अर्चना के बाद सुबह योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से डोली को रवाना किया गया। इस दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गद्दी की पूजा अर्चना की। बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के सानिध्य में शंकराचार्य गद्दी को यात्रा के साथ जोशीमठ के नरसिंह मंदिर लाया गया। यहां पर लोगों ने फूल वर्षा कर शंकराचार्य गद्दी का स्वागत किया।
पूजा अर्चना के बाद आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी जो जोशीमठ के नृसिंह मंदिर के शंकराचार्य कोठ में विराजित किया गया। शीतकाल के दौरान जहां अब भवगान नारायण अपने दर्शन योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर में देंगे वहीं शंकराचार्य गद्दी के दर्शन जोशीमठ के नृसिंह मंदिर में होंगे।