श्री बदरीनाथ धाम की निकटवर्ती पहाड़ियों पर बर्फबारी, केदारपुरी में भी बर्फ से मौसम सर्द हुआ।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड कर रहा चारधाम यात्रा का बेहतर संचालन, तीर्थ यात्रियों को दर्शन में मिली सुविधाएं।श्री यमुनोत्री धाम हेतु तीर्थयात्रियों के मार्गदर्शन हेतु बड़कोट में तथा गंगोत्री धाम के तीर्थयात्रियों के मार्गदर्शन- सहायता हेतु मनेरी(उत्तरकाशी) में जिला प्रशासन के सहयोग से देवस्थानम बोर्ड के कार्यालय अस्तित्व में आये।
गुप्तकाशी, फाटा, सेरसी, सोनप्रयाग से केदारनाथ हेतु हैली सेवा लगातार जारी है।
खुले हुए हैं चारधाम यात्रा मार्ग, कोरोना बचाव मानकों का हो रहा पालन, सोशियल डिस्टेंसिंग के अनुसार देव दर्शन।
देवस्थानम बोर्ड द्वारा 4 नवंबर सांय तक 2159 ई -पास जारी। कुल दो लाख तीस हजार से अधिक ई पास जारी हुए।चारधाम यात्रा हेतु कोरोना निगेटिव जांच रिपोर्ट की बाध्यता समाप्त होने के बाद ई -पास की संख्या बढ़ी, चार धाम में अधिक तीर्थ यात्री पहुंचे।
लोगों में चारधाम यात्रा के प्रति उत्साह।अभी तक दो लाख चालीस हजार से अधिक तीर्थयात्री चार धाम के दर्शन कर चुके हैं।
तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों के संबंध में नियमावली पर शासन स्तर पर कार्य गतिमान।
शीतकाल हेतु कपाट बंद होने के बाद परंपरागत रूप से पूर्व की भांति शीतकालीन प्रवासों में पूजा-अर्चना संपन्न होगी।
प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तथा पर्यटन-धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज के दिशा-निर्देश में उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड द्वारा प्रदेश के लोगों के लिए चार धाम यात्रा का 1 जुलाई से शुभारंभ हुआ जबकि 25 जुलाई से कुछ प्रावधानों के साथ चार धाम यात्रा सभी के लिए शुरू हुई। ज्ञातब्य है कि प्रदेश के मुख्य सचिव ओमप्रकाश एवं पर्यटन- सचिव दिलीप जावलकर ने चारधाम यात्रा को सुचारू किये जाने हेतु सरकार के निर्णयों का बेहतर कार्यान्वयन किया है। विधायक बदरीनाथ /देवस्थानम् बोर्ड के सदस्य महेन्द्र प्रसाद भट्ट एवं विधायक गंगोत्री/सदस्य देवस्थानम बोर्ड गोपाल सिंह रावत, यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत तथा चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष आचार्य शिवप्रसाद ममगाईं ने
देवस्थानम बोर्ड द्वारा चार धाम यात्रा संचालन को सफल बताया है।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों देवस्थानम बोर्ड द्वारा चार धाम तीर्थयात्रा हेतु उत्तराखंड से बाहर के तीर्थ यात्री 72 घंटे पूर्व की इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से प्रमाणित लैब से कोरोना जांच की नैगेटिव रिपोर्ट अथवा क्वारंटीन अवधि का प्रमाण के मानक को समाप्त कर दिया गया है। अब स्वास्थ्य मानको का पालन कर देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट से देश के अन्य प्रातों के लोग आसानी से चारधाम यात्रा ई पास बना रहे है। आज 4 नवंबर को उत्तराखंड देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट www.badrinath-kedarnath.gov. in से 2159 लोगों ने चार धामों हेतु ई -पास बुक कराये हैं।
जिसमें श्री बदरीनाथ धाम के लिए 604 श्री केदारनाथ धाम के लिए 1284 श्री गंगोत्री धाम हेतु 153 श्री यमुनोत्री धाम हेतु 118 लोगों ने ई पास बुक कराये है।
आयुक्त गढ़वाल/उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम् प्रबंधन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविनाथ रमन ने यह जानकारी दी है कि देवस्थानम बोर्ड द्वारा श्री यमुनोत्री धाम एवं गंगोत्री धाम में न्यासियों/ हकूकधारियों के सहयोग हेतु देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों/कर्मचारियों की तैनाती की है वर्तमान समय में देवस्थानम बोर्ड के यमुनोत्री धाम तथा गंगोत्री धाम जानेवाले तीर्थयात्रियों को यात्री सुविधाओं तथा सहायता-मार्गदर्शन किये जाने हेतु देवस्थानम बोर्ड कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में जिला प्रशासन के सहयोग से यमुनोत्री धाम हेतु बड़कोट में तथा गंगोत्री धाम हेतु अग्रिम आदेशों तक देवस्थानम बोर्ड के कार्यालय खोले जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड अधिनियम के तहत हक हकूकधारियों के सभी हित सुरक्षित हैं। शासन स्तर पर तीर्थ- पुरोहितों, हक-हकूकधारियों के संरक्षण हेतु नियमावली पर कार्य चल रहा है। श्री ईश्वानेश्वर मंदिर केदारनाथ, श्री भविष्य बदरी मंदिर तपोवन सुभाई, तृतीय केदार तुंगनाथ जी के जीर्णोद्धार हेतु दानी दाता आगे आये हैं।
कहा कि देवस्थानम द्वारा कुछ दिनों पहले प्रदेश से बाहर लोगों को कोरोना निगेटिव जांच रिपोर्ट एवं क्वारंटीन की शर्तों को हटा दिया गया था जिससे ई पास की संख्या बढ़ी है। इसी के मद्देनजर चमोली, रूद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी जिलाधिकारियों की रिपोर्ट के आधा…