ऊखीमठ : पूर्व विधायक आशा नौटियाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से मुलाकात कर केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत फैली विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग की।
जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया की सीमान्त क्षेत्रों में फैली हर समस्या के निराकरण के लिए सामूहिक पहल की जायेगी।पूर्व विधायक आशा नौटियाल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से भेंट कर वर्ष 2006-07 में राज्य योजना के अन्तर्गत स्वीकृत अकतोली - गौण्डार, त्रियुगीनारायण - तोषी तथा जाल तल्ला बैण्ड- चिलौण्ड स्वीकृत मोटर मार्गो का निर्माण कार्य शुरू करने, आई टी आई किमाणा में नये ट्रेडों को शुरू करने, तुंगनाथ घाटी के ताला, दैडा़, पापड़ी ग्वाड ढिलणा सहित बरसात के समय विभिन्न स्थानों पर हो रहे भूघसाव वाले स्थानों का ट्रीटमेंट तथा ग्रामीणों का विस्थापन करने, ऊखीमठ तहसील के अन्तर्गत बरसात से क्षतिग्रस्त योजनाओं का पुर्नगठन करने, तल्ला नागपुर की सीमान्त ग्राम पंचायत घिमतोली के स्वारी ग्वास में भूघसाव की रोकथाम करने, चन्दापुरी - हाट - बष्टी मोटर मार्ग पर मन्दाकिनी नदी में पुल निर्माण के सापेक्ष में अतिरिक्त धनराशि स्वीकृत करने तथा राजकीय महाविद्यालय विद्यापीठ में बी ए प्रथम वर्ष में सीटें बढाने सहित अनेक समस्याओं के निराकरण की मांग की। पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत तीर्थाटन व पर्यटन की अपार सम्भावनाये हैं यदि त्रियुगीनारायण - पवालीकांठा - घुत्तू, चौमासी - खाम - मनणा,रासी- मनणा - केदारनाथ, मदमहेश्वर - पाण्डव सेरा - नन्दीकुण्ड, बुरूवा - टिगरी - विसुणी ताल, देवरिया ताल - ताली, चोपता - राकसी- मोहनखाल, सौरभुतेर - कौलाजीत कान्दी - कार्तिक स्वामी, कार्तिक स्वामी - तुंगनाथ फलासी,कार्तिक स्वामी - उसनतोली- गणेश नगर पैदल ट्रेको को विकसित किया जाता है तो स्थानीय तीर्थाटन पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलने के साथ ही स्थानीय बेरोजगारों को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होगें। उन्होंने सूबे को मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से यदि तल्ला नागपुर व क्यूजा घाटी के अन्य तीर्थ स्थलों को भी जोड़ा जाता है तो दोनों क्षेत्रों का चहुमुखी विकास होने के साथ निकटवर्ती गांवों में होम स्टे योजना को भी बढावा मिलेगा।