मेरी माता भवानी  तू दैणी ह्वे जैई -      लिख्वार-@ ✍️अशोक जोशी

गढ़वाली भजन -मेरी माता भवानी* 
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मेरी माता भवानी
 तू दैणी ह्वे जैई
नौ रतों मा मेरी माता
 तू दर्शन दे जैई


आस  त्वी विश्वास त्वी
तू ज्यूणै की सांस छा
मन मंदिर मा मेरी माता
तेरु ही निवास छा।


मेरी माता भवानी
 तू दैणी ह्वे जैई.... 


नौ दुर्गा औतार तेरा
तेरी जै जैकार छा
मेरा उज्याळा मन मा माता
तेरो ही प्रकाश छा


मेरी माता भवानी
 तू दैणी ह्वे जैई.... 


सिंघ मा सवार माता 
हाथ मा तलवार चा
चाँदी को छतर तेरो
कांसा का घण्डोळा चा 


मेरी माता भवानी
 तू दैणी ह्वे जैई
नौ रतों मा मेरी माता
 तू जौ जस दे जैई....



         लिख्वार-@ ✍️अशोक जोशी