ऊखीमठ : केदार घाटी की ग्राम पंचायत त्यूडी को जोड़ने वाले जाखधार - त्यूडी एक किमी मोटर मार्ग पर फेस दो का कार्य न होने से ग्रामीणों में लोक निर्माण विभाग के प्रति आक्रोश बना हुआ है जो कि कभी भी सड़कों पर फूट सकता है।ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अनदेखी के कारण मोटर मार्ग पर फेस दो का कार्य न होने से मोटर मार्ग जानलेवा बना हुआ है।जानकारी देते हुए प्रधान सुभाष रावत ने बताया कि वर्ष 2010-11 में जिला योजना के अन्तर्गत आधा किमी तथा वर्ष 2018-19 में फिर जिला योजना के अन्तर्गत जाखधार - त्यूडी मोटर मार्ग का निर्माण किया गया था। वर्ष 2020-11 में निर्मित आधा किमी मोटर मार्ग पर विभाग द्वारा 200 मीटर डामरीकरण तो किया गया था, मगर शेष मोटर मार्ग आज भी डामरीकरण के अभाव में जानलेवा बना हुआ है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018-19 में निर्मित आधा किमी मोटर मार्ग पर आज भी फेस दो का कार्य न होने से मोटर मार्ग जर्जर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारियों को बार - बार अवगत कराने के बाद भी एक किमी मोटर मार्ग का रख - रखाव न होने से ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर आवाजाही करना पड़ रहा है।उप प्रधान महादेव सिंह धिरवाण ने बताया कि मोटर मार्ग निर्माण के दौरान ग्रामीणों के खेत कट गये थे मगर आज तक ग्रामीणों के कटे खेतों का न तो आकलन हुआ तथा न ही ग्रामीणों को खेतों का मुआवजा मिला। ग्रामीण अशोक बहुगुणा ने बताया कि मोटर मार्ग निर्माण के दौरान गाँव के पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गये थे मगर आज तक क्षतिग्रस्त पैदल मार्गों की मरम्मत न होने से ग्रामीणों व मवेशियों को आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण उमेद सिंह सेमवाल ने बताया कि ग्रामीणों के अथक प्रयासों से त्यूडी गाँव में तीर्थाटन, पर्यटन व होम स्टे योजना संचालित करने के प्रयास लम्बे समय से किये जा रहे हैं मगर मोटर मार्ग की स्थिति जर्जर होने से यहाँ आने वाला सैलानी भी कतरा रहे हैं, जिससे स्थानीय पर्यटन व्यवसाय व युवाओं की आजीविका प्रभावित हो रही है।ग्रामीण सुरेन्द्र सिंह रावत, सुरेन्द्र सेमवाल सरस्वती धिरवाण का कहना है कि यदि समय जाखधार - त्यूडी मोटर मार्ग पर फेस दो का कार्य शुरू नहीं किया गया तो ग्रामीणों को लोक निर्माण विभाग के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन व लोक निर्माण विभाग की होगी। वही दूसरी ओर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि धनाभाव के कारण मोटर मार्ग पर फेस दो का कार्य नहीं हो पा रहा है।