हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद - संजय कुंवर की हेमकुंड साहिब से खास रिपोर्ट

"जय लोकपाल" "जो बोले सोनिहाल के उद्धघोष के साथ हिन्दू सिक्ख आस्था का संगम श्री लोकपाल हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद।
संजय कुँवर हेमकुंड साहिब 



समुद्रतल से 15 हजार फिट की ऊँचाई पर सप्त श्रृंग हिम शिखरों के तलहटी पर स्थित है श्री लोकपाल हेमकुंड साहिब।करीब 2000 श्रद्धालुओं ने इस शुभ अवसर में पवित्र दंडी पुष्करणी सरोवर में लगाई आस्था की डुबकी।सबसे पहले सिक्ख तीर्थ हेमकुंड साहिब दरबार में सुबह से ही मुख्य ग्रंथी भाई मिलाप सिंह की अगवाई में गुरु वाणी,शबद,कीर्तन के साथ सुखमणि साहिब का पाठ किया गया हुक्मनामा पढ़ने के बाद वहीं दोपहर 12:30 बजे साल की अंतिम अरदास के साथ ही विधि विधान पूर्वक पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब को पंच प्यारों की अगुवाई में सचखंड में विराजमान किया गया। इसके बाद गुरु धाम के कपाट भी शीतकाल के लिये बंद कर दिए गए।इधर हिन्दू पौराणिक तीर्थ श्री लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी विधि विधान पूर्वक महा अभिषेक पूजा के बाद शीत काल के लिए बन्द कर दिये गए हैं। गुरुद्वारा हेमकुंड के प्रबंधक सरदार गुरुनाम सिंह ने बताया की आज करीब 2000 श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब पहुँच दरबार साहिब में मत्था टेका।