जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में शनिवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की त्रैमासिक बैठक संपन्न हुई। जिसमें सुरक्षित यातायात एवं सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के पुख्ता इंतेजाम सुनिश्चित करने और लोगों को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सभी संपर्क मार्गों पर चिन्हित दुर्घटना संभावित स्थानों में पैराफीट, क्रैशबैरियर, डेलमिनेटर, चेतावनी साइनबोर्ड लगाने तथा सड़कों के गड्ढों को ठीक करने के निर्देश सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को दिए। एसडीएम को एनएच अधिकारियों के साथ बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर खतरनाक एवं दुर्घटना सभावित स्थलों का निरीक्षण करने को कहा। जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क से जुड़े सभी विभाग अपनी सड़कों पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं का पूरा रिकार्ड रखें और जिन स्थानों पर सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं उनका विश्लेषण करते हुए तत्काल सुरक्षात्मक कार्य करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने सभी सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को वर्ष में एक बार सड़क पर बने पुलों का निरीक्षण करते हुए आवश्यक मरम्मत कराने, चिन्हित ब्लैक स्पाॅट के सुधारीकरण करने एवं नए ब्लैक स्पाॅट का चिन्हिकरण करने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने वाहन चालकों के स्वास्थ्य जांच एवं नेत्र परीक्षण के लिए 25 अक्टूबर तक विशेष शिविर लगाने और व्यावसायिक वाहन चालकों एवं परिचालकों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने को कहा। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करें तथा सड़कों पर यातायात नियमों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने एसडीएम, पुलिस और परिवहन विभाग को संयुक्त चैकिंग अभियान चलाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर मानकों के अनुरूप स्ट्रीट लाइट लगाने, संवदेनशील स्थानों व चैराहों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने को कहा। स्वास्थ्य विभाग को सभी एम्बुलेंस को मैप करने तथा आकस्मिक चिकित्सा सुविधा का इंतेजाम सुनिश्चित करने को कहा। ताकि दुर्घटना होने पर तत्काल सहायता उपलब्ध की जा सके। बैठक में एनएचआईडीसीएल के जीएम संदीप कार्की, ए एसडीएम अनिल कुमार चनियाल, एसडीएम वैभव गुप्ता, एसडीएम कौशतुभ मिश्र, एसडीएम बुशरा अंसारी, एसडीएम सुधीर कुमार, एआरटीओ आॅल्विन राॅक्सी सहित लोनिवि, बीआरओ, पुलिस एवं अन्य सड़क निर्माणदायी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।