चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद मंमगाई ने किए बाबा केदार के दर्शन, साधु-संतों को बांटे कंबल - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ

चारधाम विकास परिषद  उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ममगाई ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किये। तीर्थ पुरोहितों के हित सुरक्षित है -आचार्य ममगाई
 मंदिर परिसर में रूद्री पाठ किया। साधु संतों /जरूरत मंदों को कंबल एवं गर्म कपड़ों का किया वितरण। कोरोना मुक्ति हेतु प्रार्थना की।
केदारनाथ धाम : 16 अक्टूबर। चारधाम विकास परिषद  उपाध्यक्ष आचार्य शिवप्रसाद ममगाई  ने आज प्रात: बाबा केदारनाथ के दर्शन किये, सबके कल्याण की कामना की तथा कोरोना मुक्ति हेतु प्रार्थना की। त्पश्चात उन्होंने मंदिर परिसर में रूद्री पाठ किया। साधुसंतों जरूरत मंदों को कंबल एवं गरम वस्त्रों का वितरण किया।आज प्रात: हेलीकाप्टर से चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष आचार्य ममगाईं केदारनाथ पहुंचे यहां तीर्थ पुरोहितों ने उनकी अगवानी की तथा फूल मालाओं से उनका स्वागत किया। तथा मंदिर परिसर में देवस्थानम बोर्ड के अधिकारियों-कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर आचार्य ममगाई ने तीर्थ पुरोहितों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहितों के हक -हकूक सुरक्षित हैं। इस संदर्भ में  विगत दिनों माननीय मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों की वार्ता उनकी पहल पर आयोजित  हो चुकी है। केदारनाथ मास्टर प्लान  लागू होने से तीर्थ पुरोहितों को कोई भी हित प्रभावित नहीं होंगे।देवस्थानम बोर्ड की ओर से  चार धाम  विकास परिषद उपाध्यक्ष को भगवान केदारनाथ का प्रसाद,अंग वस्त्र भेंट किया गया इस दौरान चारधाम विकास परिषद उपाध्यक्ष ने देवस्थानम बोर्ड द्वारा की गयी यात्रा व्यवस्थाओं की सराहना की।
आचार्य ममगाई के साथ डा. संजय दरमोड़ा भी केदारनाथ धाम दर्शन को पहुंचे। इस अवसर पर केदारनाथ धाम के मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग  देवस्थानम बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारी युद्धवीर पुष्पवान, तीर्थ पुरोहित अनिल बगवाड़ी, विजय जमलोकी, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, प्रियधर जमलोकी, मृत्युंजय हीरेमठ आदि मौजूद रहे। मंदिर में दर्शन के पश्चात आचार्य ममगाई ने केदारनाथ में निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया। प्रशासनिक अधिकारी युद्धवीर पुष्पवान ने बताया कि आज दिन में  निम्स के प्रधानाचार्य अजय कोठियाल, पूर्व मुख्य सचिव राकेश शर्मा, हेली सेवा के चैयरमेन  रोहित माथुर आदि भी ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये।