राष्ट्रीय पोषण माह समापन अभियान ( 01 सितम्बर से 30 सितंबर) के अवसर पर अभियान के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली 02 सुपरवाइजर व 20 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित किया गया।
विकास भवन सभागार में आयोजित पोषण माह समापन अभियान के तहत जिलाधिकारी ने कहा कि आंगनवाडी कार्यकत्री का कार्य माँ के समान है। जिसका उद्देश्य है कि गर्भावस्था में पल रहे शिशु का जन्म स्वस्थ हो। स्वस्थ शिशु के जन्म से ही देश का विकास होगा। एक कुशल मानव संसाधन का विकास स्वस्थ शिशु के जन्म से ही सम्भव है। पोषण माह अभियान के तहत कुपोषण को दूर करने व उत्कृष्ट कार्य करने वाली 02 सुपरवाइजर मीनाक्षी व देवेश्वरी तथा 20 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी ने सभी आगनवाड़ी कार्यकत्रियों को उनके द्वारा पोषण माह अभियान में दिए गए योगदान के लिए धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
पोषण माह अभियान के दौरान बाल विकास विभाग द्वारा अभियान चलाकर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, नंदा गौरा देवी योजना के लंबित फॉर्म को भराया गया था, इन्ही फॉर्म/प्रपत्रों की प्रक्रिया पूर्ण कर संबंधित को लाभ वितरण सुनिश्चित कराने के निर्देश जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम को दिए। बाल विकास परियोजना, अगस्त्यमुनि द्वारा पोषण माह के दौरान किये गए कार्यों का पीपीटी बनाकर कंपाइल रिपोर्ट तैयार कर बैठक में प्रस्तुति दी गई।जिलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना, अगस्त्यमुनि की तर्ज पर अन्य दो परियोजना की कंपाइल रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए।
इस अवसर पर मुख्यविकास अधिकारी भरत चंद्र भट्ट, डीडीओ मनविंदर कौर, मुख्यशिक्षा अधिकारी चित्रानंद काला, चिकित्सक डॉ आशुतोष, डीपीओ हरीश चंद्र, सीडीपीओ शैली प्रजापति, हिमांशु बड़ोला, शिल्पी, दीपिका सहित अन्य उपस्थित थे।
डीएम वंदना सिंह ने उत्कृष्ट कार्य के लिए 2 सुपरवाइजर व 20 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किया सम्मानित - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ