ऊखीमठ! चारधाम विकास परिषद व देव स्थानम् बोर्ड का मुख्य उद्देश्य चारों धामों की यात्रा व्यवस्था के साथ अन्य तीर्थ व पर्यटक स्थलों की यात्रा को सुव्यवस्थित करना है। जिससे यहाँ आने वाले तीर्थ यात्रियों को अत्यधिक सुख सुविधा मिले तथा स्थानीय तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय में इजाफा हो सके। यह बात चारधाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद मंमगाई ने केदार घाटी के विभिन्न तीर्थ स्थलों में पूजा - अर्चना के बाद एक मुलाकात में कही।
उन्होंने कहा कि देश विदेश से देवभूमि उत्तराखंड में पिता पुण्य अर्जित करने व पुत्र यहाँ के पर्यटन स्थलों के प्राकृतिक सौन्दर्य से रुबरु होने के लिए आता है इसलिए प्रदेश के मुख्यमंत्री के आशाओं के अनुरूप पिता व पुत्र को अधिक से अधिक सुविधायें देना है।जिससे स्थानीय तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय में अत्यधिक वृद्धि हो सके। आचार्य शिव प्रसाद मंमगाई ने कहा कि चार धाम विकास परिषद व देव स्थानम् बोर्ड का मुख्य उद्देश्य तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा देना है जिससे देवभूमि उत्तराखंड में 12 महीनों तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही निरन्तर बनी रहे। जिससे यहाँ का जनमानस वर्ष भर आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों में पूजा - अर्चना का विशेष फल मिलता है यमुना की पूजा से भक्ति, गंगा की पूजा से ज्ञान ,भगवान केदारनाथ की पूजा से वैराग्य तथा भगवान बद्री विशाल की पूजा से मोक्ष मिलता है इसलिए आने वाले समय में चार धाम विकास परिषद व देव स्थानम् बोर्ड के सयुक्त प्रयासों से चार धामों का महात्म्य हर तीर्थ यात्री तक पहुंचाने के प्रयास किये जायेंगे जिससे देश - विदेश से आने वाला तीर्थ यात्री देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों की यात्रा कर देवभूमि उत्तराखंड के कण - कण में विराजमान हर तीर्थ की धार्मिक महत्ता से रुबरु हो सके! उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत चाहते हैं कि देवभूमि उत्तराखंड के हर तीर्थ को जोड़ने वाले पैदल मार्गो को विकसित कर स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोडा़ जाय।कहा कि एक तीर्थ में 100 युवाओं को रोजगार से जोडा़ जायेगा तथा हर युवा तीर्थ में आने वाले तीर्थ यात्री को बेहतर सुविधा प्रदान करेगा। चार धाम विकास परिषद उपाध्यक्ष नें एक सवाल के बजाय में कहा कि सभी शीतकालीन गद्दी स्थलों का भी व्यापक प्रचार - प्रसार किया जायेगा जिससे शीतकालीन यात्रा भी परवान चढ़ सके। कहा कि 2025 तक रेलवे लाइन व आल वेदर रोड़ का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर यहाँ आने वाले तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही में आशाओं के अनुरूप अत्यधिक वृद्धि होगी! कहा कि सेन्चुरी वन अधिनियम के अन्तर्गत पड़ने वाले पर्यटन स्थलों के सर्वागीण विकास के लिए आपसी सामंजस्य से कार्य किये जायेंगे। इस मौके पर पूर्व विधायक आशा नौटियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, भाजपा मण्डल अध्यक्ष गजपाल रावत, राजकुमार तिवारी, रमेश नौटियाल, तेज प्रकाश त्रिवेदी मौजूद थे।