ये जो डोरी कलाई की व चंदन है, ये धागा ही रक्षा का बंधन है - भानु प्रताप सिंह

रक्षाबंधन


ये जो डोरी कलाई की व चंदन है , 
ये धागा ही रक्षा का बंधन हैl
मन में भावना है, प्रेम व समर्पण है, 
हर बहना को रक्षा वचन हैl


बहना ने थाली में, फूल जो सजाये हैं, 
मन कमल श्रद्धा के दिखलाये हैंl
सूत्र राखी का ना सिर्फ धागा है, 
इस धागे ने ईश को भी बाँधा हैl
और देवताओं ने भी ये जाना है, 
इस पवित्रता को सबने पहचाना हैl
इस सूत्र और भावना को मन से, 
कोटि- कोटि बार नमन हैl
ये जो डोरी कलाई की व चंदन है, 
ये धागा ही रक्षा का बंधन हैl
मन में भावना है प्रेम व समर्पण है, 
हर बहना को रक्षा वचन हैl



----------- भानु प्रताप सिंह