ऊखीमठ! तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत उषाडा के ग्रामीण महिपाल बजवाल ने तहसील प्रशासन को ज्ञापन भेजकर ताला तोक के निचले हिस्से में आकाशकामिनी नदी के किनारे हो रहे भूधसाव की रोकथाम की मांग की है। एस डी एम के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीम ने ताला तोक का स्थलीय निरीक्षण कर भूधसाव वाले स्थानों का जायजा लिया है।
तहसील प्रशासन को सौपे ज्ञापन का हवाला देते हुए ग्रामीण महिपाल बजवाल ने बताया कि तुंगनाथ घाटी की ग्राम पंचायत उषाडा के ताला तोक के निचले हिस्से में आकाशकामिनी नदी के तेज बहाव से ताला तोक में भूधसाव होने से 8 दुकानों व 45 परिवार के साथ ही कुण्ड - चोपता मोटर मार्ग को खतरा बना हुआ है। उन्होंने बताया कि आकाशकामिनी नदी के किनारे हो रहे भूधसाव से ताला तोक में वर्षों से व्यवसाय कर रहे रणवीर सिंह, गोपाल सिंह, दरवानसिह, श्रीधर सिंह, देवेन्द्र सिंह, रवीन्द्र सिंह, दिनेश सिंह, कुवर सिंह की दुकानों को खतरा बना हुआ है। तथा ग्रामीण महावीर सिंह, गजेन्द्र सिंह, सुरेशा सिंह, अजीत सिंह, नरोत्तम सिंह, त्रिलोक सिंह, प्रताप सिंह, कुशहाल सिंह, राजेन्द्र सिंह, अर्जुन सिंह, गोपाल सिंह, बीरेन्द्र सिंह सहित ताला तोक के 45 परिवारों के आवासीय भवनों व गौशालों को खतरा बना हुआ है!
उन्होंने बताया कि तुंगनाथ घाटी में बारिश का क्रम निरन्तर जारी रहने से आकाशकामिनी नदी का बहाव उफान पर आने से ग्रामीणों की रातों की हराम हो चुकी है! बताया कि आकाशकामिनी नदी का उफान नदी भयानक रुप लेता है तो ताला तोक में कुण्ड - चोपता मोटर मार्ग का लगभग 400 मीटर हिस्सा जमीन में समा सकता है जिससे उषाडा, दैडा़, हूण्डू, बरंगाली, काण्डा, ग्वाड के ग्रामीणों का तहसील मुख्यालय से सम्पर्क कट सकता है तथा तुंगनाथ घाटी का तीर्थाटन व पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो सकता है। वहीं दूसरी ओर एस डी एम के निर्देश पर राजस्व विभाग ने टीम ने भूधसाव वाले ताला तोक का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया, राजस्व विभाग की टीम का कहना है कि भूधसाव होने से खतरे की जद में आये परिवारों की सूची तैयार की जा रही है।