कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते जोशीमठ के दूरस्थ गांव डुमक में गौशाला व मकान खतरे में आ गये हैं। ग्राम प्रधान ने इसकी जानकारी एसडीएम जोशीमठ को दी है और मुआवजे की मांग की है।
जोशीमठ विकासखंड के सीमांत डुमक जो कि उर्गम घाटी से 18 किमी की दूरी पर स्थित है सड़क संचार स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से आज भी महरूम है। पहाड़ों में हो रही भारी वर्षा के कारण डुमक गांव के बिसौना एवं तिक्कुड़ा में हरि सिह की गौशाला एवं बचन सिह नेगी की मकान भूस्खलन से खतरे की जद में आ गये हैं। मकान एवं गौशाला के पास भूस्खलन होने से नगदी फसल समेत गौशाला एवं मकान खतरे की चपेट में हैं। गांव के सामाजिक कार्यकर्ता रामकिशन ने बताया कि डुमक गांव पैदल रास्ते भी बंद हो गये हैं मैणा नदी पर रूद्रनाथ जाने वाला पुल भी खतरे की जद में है। समस्या के समाधान के लिए ग्राम प्रधान डुमक द्वारा उपजिला अधिकारी जोशीमठ को पत्र के माध्यम से अवगत करवाया गया है।