ऊखीमठ! प्रधान संगठन व पंचायत प्रतिनिधियों की ब्लॉक सभागार में संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत की अध्यक्षता में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में चार धाम यात्रा पर आने वाले अन्य राज्य के तीर्थ यात्रियों पर रोक लगाने की गाइडलाइन जारी न होने पर चिन्ता व्यक्त की गयी साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों ने शीघ्र गाइडलाइन जारी न होने पर उग्र आन्दोलन की चेतावनी दी।
बैठक को सम्बोधित करते हुए कनिष्ठ प्रमुख शैलेन्द्र सिंह कोटवाल ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में कोविड - 19 के मामलों में निरन्तर वृद्धि हो रही है तथा ऐसी दशा में देवभूमि उत्तराखंड के चारों धामों में अन्य राज्यों के तीर्थ यात्रियों के लिए गाइडलाइन जारी करना समझ से परे है। संगठन संरक्षक सन्दीप पुष्वाण ने कहा कि अन्य राज्यों के तीर्थ यात्रियों के चारों धामों में आवागमन होने से वैश्विक महामारी विकराल रूप धारण कर सकती है जिसका खामियाजा यहाँ के जनमानस को भुगतान पड़ सकता है।
संगठन महामंत्री विजयपाल नेगी ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने अपने फैसले को वापस नहीं लिया तो केदार घाटी के पंचायत प्रतिनिधियों को उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी! कोषाध्यक्ष हर्षवर्धन सेमवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया निर्णय सरासर गलत है। मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नेगी ने कहा कि सभी धामों में स्थानीय व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बन्द रखने का फैसला स्वयं ले रखा है ऐसी स्थिति में चारधाम यात्रा अन्य राज्यों के तीर्थ यात्रियों के लिए खोलना यहाँ के जनमानस के साथ धोखा करना है। इस मौके पर त्रिलोक रावत, नवीन रावत, दिलवर रावत, मुलायम तिन्दोरी, महावीर सिंह, शान्ता देवी सहित कई पंचायत प्रतिनिधि मौजूद थे।