श्री बदरीनाथ धाम :श्री नारायण जन्मस्थली लीलाढुंगी में अभिषेक पूजा के साथ दो दिवसीय श्री "नर-नारायण जयंती"का हुआ समापन।
बदरीनाथ धाम में दो दिनों से चल रहे भगवान नर -नारायण जी की जयंती का आज सादगी के साथ समापन हो गया है। आज भगवान नर नारायण की डोली बदरीनाथ मंदिर से आगे बामणि गाँव के समीप लीला ढूँगी नामक स्थान पर पहुँची जो भगवान नारायण की जन्म स्थली है,लीला ढुङ्गी मंदिर में भगवान का दिव्य अभिषेक किया गया और भगवान को भव्य भोग लगाया गया।कोरोना संकट के चलते इस बार बदरी धाम में नर नारायण जयंती परम्पराओं के निर्वाहन हेतु प्रतीक रूप में मनाई गई,उल्लेखनीय है कि भगवान नर-नारायण, विष्णु भगवान के 24 अवतारों में शामिल हैं उन्होंने लोक कल्याण हेतु बद्रीकाश्रम में कठिन तपस्या की द्वापर में नारायण ने कृष्ण तथा नर ने अर्जुन के रुप में जन्म लिया।भगवान नर - नारायण की डोली आज प्रात: भगवान बदरीविशाल के जन्म स्थल लीला ढूंगी बामणि गाँव पहुँची जहाँ बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी द्वारा श्री नर नारायण की पूजा अर्चना एवं दिव्य अभिषेक संपन्न हुआ।स्थानीय श्रधालुओं ने इस अवसर पर नर नारायण के दर्शन कर भगवान श्री हरि नारायण से कोरोना संकट जैसी वैश्विक महामारी से जल्द देश दुनिया को निजात दिलाने की कामना की।इस तरह नर - नारायण जयंती का सादगी के साथ समापन हुआ।