ऊखीमठ! पीएमजीएसवाई के तहत ऊखीमठ - उनियाणा - रासी मोटर मार्ग पर बने गड्ढों पर इस बार ग्रामीणों ने हरेला पर्व मनाने का निर्णय लिया है साथ ही निर्माणाधीन विरोली - बुरुवा तथा गैड़ - गडगू मोटर मार्गो पर कछुवा गति से कार्य होने , सुरक्षा दीवारों व निकासी नालियों का निर्माण न होने से ग्रामीणों के आवासीय भवनों व उपजाऊ भूमि को खतरा बना हुआ है।
पीएमजीएसवाई के ऊखीमठ - उनियाणा - रासी मोटर मार्ग हमेशा विवादों में रहा है। मोटर मार्ग के विस्तारीकरण व डामरीकरण पर करोड़ों रुपये व्यय होने के बाद भी मोटर मार्ग जानलेवा बना हुआ है। मोटर मार्ग के रख - रखाव के लिए वर्ष 2019 में मदमहेश्वर घाटी विकास मंच व स्थानीय जनप्रतिनिधि आन्दोलन तक कर चुके हैं मगर फिर मोटर मार्ग के स्थिति जस की तस बनी हुई है मोटर मार्ग पर बने गड्ढों व जगह- जगह कीचड़ में तब्दील होने से राहगीरों को जान हथेली पर रखकर आवाजाही करना पड़ रहा है। जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को बार - बार अवगत कराने के बाद भी मोटर मार्ग की सुध नहीं ली जा रही है इसलिए आगामी दिनों में मनाये जाने वाले हरेला पर्व पर मोटर मार्ग पर बने गड्ढों पर वृक्षारोपण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि मोटर मार्ग विभागीय अधिकारियों के लिए दुधारू चाय साबित हो चुका है जबकि राहगीरों को जान हथेली पर रखकर आवागमन करना पड़ रहा है। पीएमजीएसवाई के विरोली - बुरुवा निर्माणाधीन मोटर मार्ग पर भी सुरक्षा दीवालों व निकासी नालियों का निर्माण न होने से दर्जनों आवासीय मकानों को खतरा बना हुआ है।प्रधान बवीता भटट्, क्षेपंस राम कृष्ण रावत ने बताया कि ग्रामीणों मोटर मार्ग निर्माण में ग्रामीणों की उपजाऊ भूमि तो विभाग द्वारा काट दी गयी है मगर आज तक मुआवजा नहीं मिल पाया है। एनटीपीसी के निर्माणाधीन गैड़ - गडगू मोटर मार्ग पर भी कछुवा गति से निर्माण कार्य होने से ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है। प्रधान गडगू बिक्रम सिंह नेगी ने बताया कि निर्माणाधीन मोटर मार्ग पर सुरक्षा दीवालों का निर्माण न होने से ग्रामीणों के आवासीय भवनों व उपजाऊ भूमि को खतरा बना हुआ है! क्षेपस लक्ष्मण राणा राजेश्वरी देवी ने बताया कि विभाग व कार्यदायी संस्था की लापरवाही से मोटर मार्ग का निर्माण कार्य कछुवा गति से हो रहा है,