शुक्रवार को सचिवालय स्थित वीर चन्द सिंह गढ़वाली सभागार में आई.ए.एस ऐसोसिएशन द्वारा निवर्तमान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह को भावभीनी विदाई दी गई।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ओम प्रकाश द्वारा निवर्तमान मुख्य सचिव सिंह को सपरिवार दीर्घायु एवं स्वस्थ जीवन की शुभकामानाएं दी। उन्होंने उनके साथ छात्र जीवन के संस्मरण सुनाते हुए उनकी कार्यशैली की सराहना की। मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने कहा कि श्री उत्पल कुमार सिंह की कार्यशैली को देखकर उन्हें भी अपनी मान्यताओं में परिवर्तन करना पड़ा। उन्होंने अधिकारियों से उनकी स्वप्रेरणा से कार्य करने की शैली को अपनाने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि निवर्तमान मुख्य सचिव की प्रत्येक विषय में गहन जानकारी थी। युवा अधिकारियों के लिए वे इसलिए भी आदर्श है कि जन कल्याण के लिए कभी भी वे शारीरिक और मानसिक रूप से थकान महसूस नही करते थे।
उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट के दौरान दिया गया उनका वक्तव्य प्रेरणादायी था। उनमें अथक परिश्रम और तन्मयता से कार्य करने का सामर्थ्य है जो युवा अधिकारियों के लिए प्रेरणादायक है। उनके तीन वर्ष के मुख्य सचिव के सफलतम कार्यकाल में सीख मिली कि किसी भी कार्य की सफलता के लिए मानसिक एकाग्रता आवश्यक है। सिंह द्वारा किसी भी विषय में किया गया परीक्षण बहुत ही सूक्ष्म होता था।
मुख्य सचिव ने कहा कि उनके कार्य करने की प्रवृति से शिक्षा मिलती है कि कार्य करना सर्वोतम योग है उन्होंने पूर्व मुख्य सचिव से उनके अनुभवों का लाभ राज्य को आगे भी मिलते रहने की अपेक्षा की और अपील की कि वे उत्तराखण्ड शासन को अपना मार्गदर्शन देते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सिंह हमेशा प्रशासनिक क्षेत्र में युवाओं के लिए प्रेरणाश्रोत रहेंगे।
निवर्तमान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कहा कि उनका मानना है कि दो तरफा (टू वे चैनल) संवाद की कार्यप्रणाली बेहतर है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रति आम जन का बहुत विश्वास है और उत्तराखण्ड शासन के इस सेवा से जुड़े अधिकारियों में उन्हें कार्यक्षमता देखने को मिली है और उन्होंने उसे आगे बढ़ाने के लिए प्रयास किये जिसका राज्य की प्रगति में लाभ देखने को मिला। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह टीम मुख्य सचिव ओम प्रकाश को प्रदेश की प्रगति में और तेजी से सहयोग प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य गठन की स्थापना के समय प्रदेश के समक्ष काफी चैलेंज थे किन्तु यहां तैनात अधिकारियों के मेहनत एवं लगन के कारण राज्य की प्रगति बेहतर रही तथा हिमालय राज्यों की तुलना में हम कई राज्यों से बेहतर रहे।
उन्होंने कहा कि उन्हें प्रशासनिक सेवा में विभिन्न पदों पर रहते हुए कार्य करने का सौभाग्य मिला। उनका कहना था कि आम जन को प्रशासनिक सेवा के प्रति आस्था रहती है किन्तु जब हम उनसे दूरी बनाते हैं तो उनको कष्ट महसूस होता है। हमारा प्रयास यह होना चाहिए कि आम जन की समस्या से सीधे जुड कर दूरी को पाटने का प्रयास करें तथा इससे जनता में प्रशासनिक सेवा के प्रति विश्वास बढ़ता है। उनका कहना था कि जनता से जुड़ कर कार्य करने की शैली से जनता में विश्वास बनता है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, आई.ए.एस एसोसियेशन की अध्यक्षा श्रीमती मनीषा पंवार, प्रमुख सचिव वन श्री आनन्द वर्धन, सचिव वित्त श्री अमित नेगी, सचिव आई0टी0 श्री आर0के0सुधांशु, सचिव गृह श्री नितेश झा, सचिव श्रीमती राधिका झा ने भी निवर्तमान मुख्य सचिव के कार्यकाल को सुनहरा बताते हुए अनेक उद्धरणों को सुनाते हुए उनकी कार्यशैली की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का संचालन आई.ए.एस एसोसिएशन के सचिव श्री शैलेश बगोली ने किया।