घाट । हर वर्ष पहाड़ की अराध्या देवी नंदादेवी की आयोजित होने वाली लोक जात के लिए कार्यक्रम तय कर दिया गया है। शनिवार को नंदाधाम कुरूड़ में आयोजित बैठक में इसके लिए कार्यक्रम तय कर दिया गया है। वहीं शासन को भी इसके बारें पत्र लिख कर अनुमति चाहने की बात कही गई है ताकि लोकजात को संपन्न कराया जा सके।
प्रति वर्ष नंदा सप्तमी के पर्व पर नंदा देवी की लोकजात का आयोजन किया जाता है। शनिवार को नंदादेवी सि़द्धपीठ कुरूड में मेला कमेटी की एक बैठक मेला कमेटी के अध्यक्ष भागवत सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें आगामी अगस्त माह में नंदा सप्तमी के अवसर पर आयोजित लोक जात जो कि पूर्व में सप्तकुण्ड में आयोजित की जाती थी लेकिन कोरोना संक्रमण के मध्यनजर कमेटी ने यह निर्णय लिया कि सप्तकुंड में होने वाली लोक महाजात के कार्यक्रम को बदलकर इसे सूक्ष्म रूप में मनाया जाएगा। साथ ही तथा यात्रा मार्ग जो कि कमेटी ओर से निर्धारित किया गया शासन की अनुमति के उपरांत विधिवत रूप से संचालित 14 अगस्त को नंदा की डोली सिंद्धपीठ नंदाधाम कुरूड से प्रस्थान कर प्रथम पड़ाव फरखेत गांव पहुंचेगी, 15 को नारंगी, 16 को कुमजुग, 17 को लुन्तरा, 18 को खुनाना, 19 को चोपडकोट, 20 को काण्डई, 21 को पगना 22 को ल्वाणी, 23 अगस्त को सुंग, 24 को रामणी तथा 25 अगस्त को सप्तमी के अवसर पर बालपाटा में जात संपन्न के पश्चात वापस रामणी तथा 26 को सुंग कुंडबगड होते हुए सिद्ध पीठ कुरुड़ मंदिर में स्थापित होगी। इस अवसर पर मन्दिर कमेटी के संरक्षक सुखबीर रौतेला, ब्लॉक प्रमुख घाट भारती देवी, ज़िला पंचायत बूरा वार्ड नंदिता देवी, आयोजन समिति के महामंत्री महिपाल सिंह, क्षेत्र पंचायत दीपक रतूड़ी, प्रधान ल्वाणी गजेंद्र सिंह, प्रधान सुंग भागवत सिंह, अनिल सिंह, राकेश गौड़, पुजारी दिनेश गौड़, अरविंद गौड़ आदि मौजूद थे।