🙏सादर नमन मंच🙏
दिनांक-17/07/2020
दिन-शुक्रवार
विषय-अपेक्षा
विधा- छंद मुक्त
मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं..........
मैं तो खिलाफ हूँ अयोग्यता को आरक्षण मिलने के.........
आरक्षण.... जाति के आधार पर नहीं.......
योग्यता के आधार पर निर्धारित हो........
मैं माता-पिता की अपेक्षाओं के खिलाफ नहीं.......
अपेक्षाएं अवश्य करें..... किंतु प्रेरित करने के लिए.........
नंबरों की दौड़ में उतना ही भागें जितना संभावित हो........
मैं पुत्र जन्म के भी खिलाफ नहीं...........
आखिर पुत्र तो वंश वृद्धि का पर्याय है.........
किंतु मैं खिलाफ हूँ उस घृणित सोच के.........
जो गर्भ में ही बेटियों का गला घोट रही है........
मैं आधुनिकता के भी खिलाफ नहीं.........
किंतु मैं खिलाफ हूँ उस फूहड़ता
के.......
जो पल पल मेरी संस्कृति को नंगा नोच रही है..........
अपने विचारों को खिलाफत का नाम दूँ .......
आखिर मैं हूँ कौन???????? मैं तो एक आम इंसान हूँ ............
अरे! नहीं नहीं....... मैं राय रख सकूँ अपनी और उसे जाहिर भी कर सकूँ ..........
हाँ मैं तो वो आजाद हिस्सा ए संविधान हूँ ।
स्वरचित
सुनीता सेमवाल "ख्याति"
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड