मद्महेश्वर घाटी में भारी बारिश से उरेडा का लघु जल विद्युत परियोजना क्षतिग्रस्त, गौण्डार गांव अंधेरे में - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ

ऊखीमठ! मदमहेश्वर घाटी में हो रही मूसलाधार बारिश से सीमान्त गाँव गौण्डार को रोशन करनी वाली उरेडा़ विभाग की लघु जल विधुत परियोजना पूरी तरह क्षतिग्रस्त होने से विद्युत उत्पादन ठप हो गया है जिससे गौण्डार गाँव रविवार रात से अन्धेरे में डूब गया है।


अकतोली - गौण्डार व वनातोली - मदमहेश्वर पैदल मार्ग भी भूस्खलन होने से क्षतिग्रस्त होने के कारण ग्रामीण जान हथेली पर रखकर आवाजाही करने को मजबूर बने हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक गौण्डार गाँव में मूसलाधार बारिश निरन्तर जारी रहने से ग्रामीणों में भय बना हुआ है! जानकारी देते हुए प्रधान गौण्डार बीर सिंह पंवार ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में रविवार देर रात से मूसलाधार बारिश होने के कारण गौण्डार में उरेडा़ विभाग की लघु जल विधुत परियोजना का पावर हाउस व नहर क्षतिग्रस्त होने से गौण्डार गाँव अन्धेरे में डुब गया है।उन्होंने बताया कि गौण्डार - वनातोली के मध्य भूधसाव होने से  लघु जल विद्युत परियोजना का पावर हाऊस तथा नहर क्षतिग्रस्त होने से विद्युत उत्पादन ठप हो गया है। उन्होंने बताया कि विद्युत उत्पादन ठप होने से गौण्डार गाँव विगत दो दिनों से अन्धेरे में डूबा हुआ है। उन्होंने बताया कि अकतोली - गौण्डार पैदल मार्ग कई स्थानों पर भूधसाव होने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे राहगीर जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मदमहेश्वर धाम को जोड़ने  वाला पैदल मार्ग भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त होने की खबर आ रही है मगर गौण्डार गाँव में संचार सुविधा न होने से पूर्ण जानकारी नहीं मिल पा रही है । उन्होंने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में मूसलाधार बारिश निरन्तर होने से ग्रामीणों में भय के साये में जीने को मजबूर हैं।