ऊखीमठ! वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण अन्य प्रदेशों से अपने गाँव लौट रहे प्रवासियों की आजीविका संवर्द्धन हेतु मदमहेश्वर घाटी के जी आई सी मनसूना में ग्राम्य विकास विभाग / पंचायती राज विभाग व जिला उघोग केन्द्र के सयुंक्त तत्वाधान में न्याय पंचायत स्तरीय कार्यशाला में पंचायत प्रतिनिधियों व प्रवासियों ने बढ़ - चढ़ कर भागीदारी की गयी तथा विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनने के अनेक जानकारियां दी गई! कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा ने कहा कि जिला प्रशासन व स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के सामूहिक प्रयासों से सभी प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सामूहिक पहल की जा रही है, उन्होंने कहा कि मदमहेश्वर घाटी में भेड़ पालन, पुष्प, सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कार्य किया जा सकता है! जिला उधान अधिकारी योगेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि मदमहेश्वर घाटी में बागवानी की अपार सम्भावनाये है!
सहायक निबन्धक अधिकारी सहकारिता योगेश जोशी ने कहा कि प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सहकारिता विभाग द्वारा भी अनेक योजनाये संचालित की जा रही है! जिला पंचायत राज अधिकारी चमन सिंह ने कहा कि सभी प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर कार्ययोजना तैयार की जा चुकी है! जिला परियोजना अधिकारी हिमाशु बटोला ने कहा कि सभी प्रवासियों को सामूहिक बागवानी के क्षेत्र में कार्य किया जा सकता है! जिला सेवायोजन अधिकारी, कृर्षि विभाग के दिनेश जोशी, स्वास्थ्य विभाग के सचिव चौबे, पशुपालन विभाग के डा0 प्रमोद, डेरी विभाग के कैलाश नेगी व मत्स्य विभाग के संजय ने भी प्रवासियों को आत्मनिर्भर बनने के अनेक जानकारियां दी! खण्ड विकास अधिकारी दिनेश मैठाणी ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत न्याय पंचायत मनसूना का चयन सब्जी उत्पादन के लिए किया गया है! इस मौके पर प्रधान विक्रम सिंह नेगी, प्रदीप राणा, क्षेपस लक्ष्मण राणा, राम कृशन सिंह रावत, बृजेश पन्त, किशन रावत, अब्बल सिंह रावत, सतीश भटट्, बलवीर राणा, प्रदीप सेमवाल,शिव सिंह रावत, मनोज भटट्, रवीन्द्र रावत, रणजीत रावत, महेन्द्र रावत, मदन भटट्, अंकित रावत, सुदीप राणा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि व प्रवासी मौजूद थे!