गैड़ - गडगू मोटर मार्ग निर्माण की कछुआ गति से ग्रामीणों में आक्रोश - लक्ष्मण नेगी ऊखीमठ

ऊखीमठ! एन पी सी सी के निर्माणाधीन गैड़ - गडगू मोटर मार्ग पर निर्माण कार्य  कछुवा गति से होने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है जो कि विभाग के खिलाफ सड़कों पर फूट सकता है! साथ ग्रामीणों ने मोटर मार्ग पर हो रहे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान उठाये हैं।  


               


 बता दे कि गैड़ - गडगू स्वीकृत मोटर मार्ग का निर्माण कार्य वर्षों तक सेन्चुरी वन अधिनियम के कारण अधर में लटका रहा। तत्कालीन जनप्रतिनिधियों व पी एम जी एस वाई के अधिकारियों के अथक प्रयासों से फरवरी 2019 में गैड़ - गडगू 2 किमी मोटर की स्वीकृति मिलते ही मोटर मार्ग के निर्माण कार्य का जिम्मा एन पी सी सी को दिया गया। मोटर मार्ग के निर्माण कार्य का जिम्मा मिलते ही एन पी सी सी द्वारा मार्च 2019 में में निर्माण कार्य शुरू तो किया गया मगर लम्बा समय व्यतीत होने के बाद भी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य अधर में लटकने से ग्रामीणों में आक्रोश बना हुआ है।जानकारी देते हुए जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा विभागीय अधिकारियों को बार - बार शिकायत करने के बाद भी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में गुणवत्ता को दर - किनार किया जा रहा है। उनका कहना है कि यदि समय रहते मोटर मार्ग निर्माण में गुणवत्ता नही अपनाई गयी तो ग्रामीणों को मोटर मार्ग पर हुए निर्माण कार्य की जांच करवाने के लिए प्रशासन के दरवाजे खटखटाने के लिए बाध्य होना पडेगा। प्रधान बिक्रम सिंह नेगी ने बताया कि विभागीय लापरवाही के कारण मोटर मार्ग का मलवा काश्तकारों की खेतो में बहने से फसल चौपट हो गई है। उन्होंने बताया कि इन दिनों विभाग द्वारा मोटर मार्ग पर स्कवरों का निर्माण तो किया जा रहा है मगर निर्माण कार्य में गुणवत्ता को दरकिनार किया जा रहा है। पूर्व प्रधान सरिता नेगी का कहना है कि मोटर के दोनों किनारो सुरक्षा दिवारों का निर्माण न होने से भीमराज सिंह, जय सिंह, शिवराज सिंह, प्रदीप सिंह, कुंवर सिंह सहित 14 आवासीय भवनों को खतरा बना हुआ है! उनका कहना है कि यदि किसी भी आवासीय भवन को क्षति होती है तो जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी विभाग की होगी। वहीं दूसरी ओर विभाग अधिकारियों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण मजदूर न मिलने से निर्माण कार्य में बिलम्ब हो रहा है।