वी पिंगली फ्यूली की सार मा.छैला पाखो की धार मा गौ भैंसो का गुठ्यार मा देवी देवतो का मंडाण मा.हिटा चला म्यर पहाड़ियो.. हिटा चला - अशोक जोशी नारायण बगड़ चमोली

अपणा पहाड़ का प्रवासी रैवासियों तै समर्पित मेरी गढ़वाली रचना  ---------------



हिटा चला म्यर पहाड़ियो


हिटा चला म्यर पहाड़ियो 
हिटा चला.. 
स्वरोजगार की राह मां.. 
    जन्मभूमि की छाव मा.. 
       पहाड़ों की बाह मां
 रीति-रिवाजों की चाह मां
 हिटा चला... 
    
  वी पिंगली फ्यूली  की सार मा.. 
          छैला पाखो की धार मा
गौ भैंसो का गुठ्यार मा
      देवी देवतो का मंडाण मा.. 
  हिटा चला म्यर पहाड़ियो.. 
हिटा चला.... 
  
  घौरे की सूनी डन्‍डयालि मा..  
    वी  छज्जा की पठ्ठाली  मा... 
सैरा पुगड्यू की रोपणी मा..  
    हट्टी भितरों की लिपणी मा....
हिटा चला म्यर पहाड़ियो 
हिटा चला...  
         
वी घुघुती का त्यार मा.. 
             ईगास अर बग्वाल मा.. 
वी कोदू झंगोरू की धाण मा.. 
  अपणी स्वयं की पच्छयाण मा... 
 हिटा चला म्यर पहाड़ियो... 
हिटा चला ... 
 
वी थड़िया झुमैलो तांदि की- रसयाण मा..... 
     नथ गुलबंद हमेल जनि-
 आभूषणों  की पैरवाण मा.. 
हिटा चला..


वी ह्यून्द का दिनों की लम्बी रात- मा
  द्यौ देवतों की जात मा..
वी गाड् गड्नियो का सुंसयाट मा.
          भोजो कु भात मा..
  अर वु भी तिमुला का पात् मा... 
हिटा चला म्यर पहाड़ियो 
हिटा चला ....
      
वी पुराणा दगड़ियों का गैल मा.. 
      अर बांज डाल्यो का छैल मा. 
वी उदासिला मन की आश मा... 
   सूख्या आख्यों का पाणी की- प्यास मा... 
हिटा चला म्यर पहाड़ियो 
हिटा चला...
   
वी बणों का मोयार मा..
      दाना सयाणों का रैबार मा..  
          वी गौं की बरात मा.. 
 भिन्ना स्याली की मजाक मा.. 
         हिटा चला म्यर पहाड़ियो- 
हिटा चला.. 


   वी रसीला मांगलो की भौण मा                           चैती पसारों का बोल मा
       लौकदि कुयेडि सौंण मा.. 
अर ओज्यो का ढोल मा... 
  हिटा चला म्यर पहाड़ियो 
हिटा चला..
 
गढ़ कुमौ का मान मा... 
    देवभूमि सम्मान मा... 
  बोली भाषा स्वाभिमान .. 
      हिमालै अभिमान मा... 
    बोड़ी आवा म्यर पहाड़ियो..    अग्वाडि बढ़ा .... 🙏
लिख्वार -अशोक जोशी
पता - नारायण बगड़ चमोली 
वर्तमान छात्र- गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार