टूटी पहाड़ माजी पाणी मा समायी आखिर बगत तेरी याद आयी- रघुबीर नेगी उर्गमघाटी

केदारनाथ आपदा 2013


सोलह जून की रात हे माजी
केदार घाटी मा हवे तबाही
टूटी पहाड़ माजी पाणी मा समायी
आखिर बगत तेरी याद आयी
माजी काल न कन बुलायी
घौर आण कु बाटू नी पायी
सोची छै माजी कमे के लिजालू
बवे बाबू कु दगडियू पुरयौलू
माजी किस्मत यनि मेरी रूठी
दगडिया भग्यान कु साथ भी छुटी
ऋतु दुबारा बोड़ी ये जाली
बाबा त्वे मेरी या सताली
बाटा घाटा माँ मेंते खुज्याली
यकुली माजी टप टप रोली
मेरी खुद माजी  खुदेणी न रयी
त्वे मेरा सों मा आंसू न बगेयी
विधाता तू किले रूखू हवेयी
प्यारी भूली राखी छूटी ग्यायी
16 जून की रात है माजी 
केदारनाथ मा हवे बताई।