मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, आंगनबाडी वर्कर एवं वालंटियर्स के माध्यम से सर्विलांस को बढाने के निर्देश दिए। कहा कि सर्विलांस के दौरान जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई दें, उनकी अनिवार्य रूप से सैपलिंग कराई जाए। लोगों में व्यवहारात्मक परिवर्तन लाते हुए उन्हें शरीरिक दूरी, मास्क, स्वच्छता बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाए।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने वीसी में मुख्यमंत्री को जनपद में कोविड-19 की स्थिति से अवगत कराया। कहा कि जनपद में कोरोना संक्रमित के 43 मामले पाए गए हैैं। इसमें से 28 मरीजों को ठीक होने पर डिस्चार्ज किया भी जा चुका है। जिले में अभी 15 एक्टिव केस बिना लक्षण वाले हैं, जिनका उपचार कोविड केयर सेंटर भराडीसैंण में चल रहा है। यहाॅ पर सभी रखते हुए मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है। कहा कि पाॅजिटिव केसों की नियमित कान्टेक्ट ट्रेसिंग करने के बाद उनकी सैपिलिंग कराई जा रही है। जिले में 4738 लोग अभी होम क्वारेंटीन में चल रहे है। जिनकी रेग्यूलर माॅनिटरिंग की जा रही है। डयूटी पर तैनात सभी आशा, आंगनबाडी, प्रहरी, प्रधान, टीचरों को फेस सील, फेस मास्क तथा हौम्योपैथी दवा गांव गांव तक पहुॅचा दी गई है। गांव में होम क्वारेंटीन लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग के लिए सभी आशाओं को थर्मामीटर उपलब्ध कराने की प्रकिया जारी है। जिले में आवश्यक सेवाओं की सप्लाई भी सुचारू बनी हुई है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, सीएमओ डा0 केके सिंह, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी मौजूद थे।
वही दूसरी ओर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने अधिकारियों की बैठक लेते हुए जिले के प्रवेश सीमा पर चैकिंग के पुख्ता इंतेजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कहा कि प्रदेश के बाहर से आने वाले जिन व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट नही हुआ है उनको अनिवार्य रूप से फेसलिटी क्वारेंटीन कर उनके सैंपल टेस्ट के लिए भेजे जाए और जिन लोगों के सैंपल लिए गए है लेकिन टेस्ट रिपोर्ट नही आई उनको भी 7 दिनों तक क्वारेंटीन में रखें। लेकिन जिन लोगों के सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है उनको होम क्वारेंटीन में रहने की इजाजत दे दी जाए। उन्होंने क्वारेंटीन किए जा रहे लोगों को अच्छी फेसलिटी वाले क्वारेंटीन सेंटर में ही रखने को कहा। गौचर बैरियर पर वाॅटर प्रूफ टैंट लगाते हुए यात्रियों के बैठने हेतु चियर एवं पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम वैभव गुप्ता सहित पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से कोविड -19 की स्थिति की समीक्षा की - अनुराग थपलियाल