मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से पूरे प्रदेश में कोविड 19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने गांवों में क्वारेंटाइन सेंटर में सुविधाओं को बेहतर बनाने, कोरोना संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करने तथा होम क्वारेंटीन का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश समस्त जिलाधिकारियों को दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड 19 से लडाई में जन सहयोग बहुत जरूरी है। हमें लोगों को साथ लेकर ये लडाई लडनी है। उन्होंने कहा कि लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता के लिए जागरूक करें और जो लोग इसका पालन नही कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही भी अमल में लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमित की मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को 1 लाख रूपये की सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने क्वारेंटाइन सेंटरों में आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा होम क्वारेंटीन किए गए लोगों की सतत् माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए। कहा कि कोविड 19 का संक्रमण कम्यूनिटी में न फैले इसका विशेष ध्यान रखा जाए।मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि हर जरूरमंद तक राशन पहुॅचाना सुनिश्चित किया जाए और राशन की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि कोविड 19 की रोकथाम में फ्रंट लाईन पर काम कर रहे स्टाॅफ का भी विशेष ध्यान रखा जाए। इस दौरान त्वरित रोजगार और आजीविका के लिए कृषि एवं संबधित क्षेत्रों पर फोकस करने के निर्देश भी दिए गए। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने वीसी में अवगत कराया कि प्रत्येक गांव में आशा वर्कर, सहायक अध्यापक, ग्राम विकास अधिकारी एवं राजस्व उप निरीक्षकों के माध्यम से होम क्वारेंटाइन व्यक्तियों पर नियमित निगरानी रखी जा रही है। मेडिकल टीम द्वारा गांवों में रेग्यूलर विजिट कर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है और क्वारेंटीन अवधि पूरा करने वाले व्यक्तियों को डिस्चार्ज भी किया जा रहा है। बताया कि अभी होम क्वारेंटाइन में 11859 लोग चल रहे है। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले से 895 संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल जाॅच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 561 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 25 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आई है जबकि 309 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों के इलाज के लिए भराडीसैंण में कोविड केयर सेंटर स्थापित किया जा रहा है। यहाॅ पर 710 बैड तैयार किए गए है तथा मेडिकल आॅफिसर, फेसलिटी मैनेजर, डाॅक्टर, स्टाफ नर्स, वार्ड वाॅय, स्वीपर, इत्यादि स्टाॅफ की तैनाती भी कर दी गई है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, सीएमओ डा0 केके सिंह सहित अन्य संबधित अधिकारी मौजूद थे।