मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सोलर एवं पिरूल परियोजनाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने बेरोजगार एवं जरूरतमंद लोगों को प्राथमिकता से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि बेरोजगार हाथों को काम देना इस समय उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि होप पोर्टल पर स्वरोजगार की सभी योजनाओं की जानकारी अपलोड की जाए। ताकि आसानी से सभी लोग एक माध्यम से रोजगार संबधी जानकारी प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार को प्रेरित करने के लिए शीघ्र ही प्रत्येक जिले में एक महिला एवं एक पुरूष सहित दो स्वरोजगार प्रेरक तैनात किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने जिलों में किसानों के उत्पादों की बिक्री की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने को कहा। ताकि छोटे-छोटे किसानों को अपने उत्पादों की बिक्री की चिन्ता न रहे। हल्दी एवं अदरक के बीज को बाहरी प्रदेशों से मंगाने के बजाय उनको स्थानीय स्तर पर तैयार किया जाए। इसके अलावा राज्य में हाॅर्टीकल्चर, पाॅल्ट्री, मत्स्य, भेड़ बकरी पालन, मधुमख्खी पालन लाभकारी योजनाओं को बढ़ावा देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिरूल प्रोजेक्ट को प्राथमिकता दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में पिरूल प्रोजेक्ट में पिरूल एकत्रीकरण पर स्वयं सहायता समूहों को 1 रूपया प्रति किलो वन विभाग और 1.50 रुपया (एक रूपया पच्चास पैसा) प्रति किलो विकासकर्ता द्वारा दिया जाता है। अब राज्य सरकार भी अतिरिक्त 1 रूपया प्रति किलो अर्थात 100 रुपये प्रति क्विंटल की राशि देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की मनसा अधिक से अधिक बेरोजगार प्रवासी को काम देना है। इसके लिए तत्कालिक दृष्टि से लाभकारी योजनाओं पर फोकस करते हुए उनको लागू किया जाए। चमोली जिले की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने गैरसैंण ब्लाक के हरगढ क्षेत्र एवं पिण्डर घाटी में हार्टीकल्चर एवं मधुमख्खी पालन को बढ़ावा देने की बात कही। इसके साथ ही उन्होंने बिच्छू घास (कंडाली) की फार्मिंग करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने को कहा। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने वीसी में मा0 मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि जनपद में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत अभी तक 344 लोगों ने पंजीकरण किया है। इनमें से 323 का सत्यापन किया गया है तथा 6 आवेदन प्राप्त भी हो गए है। बताया कि जिले में सभी रेखीय विभागों द्वारा संचालित स्वरोजगार योजनाओं को मिलाकर 8814 लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जा सकता है। जो लोग इन योजनाओं के मानकों में नही आएंगे उन्हें सीएम स्वरोजगार योजना से लाभान्वित किया जाएगा। सभी स्वरोजगार योजनाओं को मिलाकर एक ब्राउसर तैयार किया गया है। इसके अतिरिक्त बेरोजगार एवं जरूरतमंद लोगों को स्वरोजगार के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 01372-252126 तथा मोबाइल नंबर 9068187120 जारी किए गए हैं। प्रवासियों को बल्क एसएमएस से भी जानकारी दी जा रही है। बताया कि 10-12 ग्राम पंचायतों को मिलाकर जिले में 70 क्लस्टर बनाए गए हैं। मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में जिले में अच्छा कार्य हो रहा है। जिले में सोलर प्रोजेक्ट स्थापना का कार्य भी प्रगति पर है। नंदप्रयाग मंगरोली में महिला समूह द्वारा कंडाली रेसे से वस्त्र तैयार करने का कार्य जारी है।
वीसी में मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, जीएम डीआईसी डा0 एमएस सजवाण, मुख्य कृषि अधिकारी राम कुमार दोहरे, मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, एलडीएम पीएस राणा, ईई विद्युत कैलाश कुमार आदि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के डीएम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वरोजगार की समीक्षा की, हेल्पलाइन तथा मोबाइल नंबर जारी