जोशीमठ विकासखंड के फल पट्टी में इन दिनों सेब काश्तकार लॉक डाउन का सदुपयोग कुछ इस तरह से अपने सेब बागानों में मेहनत कर रहे हैं,आप इन तस्वीरों में देख सकते हैं कि कैसे सेब बागानों में किसान अपने सेब के पेडों में ओलों के चलते लगे दाग और कोहरे से बचाव के लिए औषधि युक्त पेस्टिसाईड का छिड़काव कर रहे हैं।
जिससे सेब की फसल को बचाए जा सकता है।बता दें की जोशीमठ के कई फल पट्टी वाले गांव में तो सेब की अच्छी पैदावार हुई है जिसके चलते अब किसान ओलावृष्टि से फलों के ऊपर जो गहरे दाग लग गए थे इसके साथ कोहरे से सेब को बचाने के लिए पेस्ट साइड का छिड़काव कर कोरोना संकट में हुए लॉक डाउन का उपयोग कर रहे हैं। सीमांत विकास खंड जोशीमठ के मेरग गाँव के जागरूक सेब काश्तकार दीपक सयाना का कहना है कि उनके बगीचे में सेब की इस वर्ष काफ़ी अच्छी पैदावार हुई है हाल ही में हुई ओलावृष्टि के चलते सेब के फलों में जो दाग लग गए थे जिन्हें उपचार के लिए इन दिनों अपने बगीचे में एम फोर्टी फाइव वेब टीम और एक्स आदि का छिड़काव करने में लगे हुए हैं जिससे सेब को बचाया जा सके। इस वर्ष अच्छी बर्फबारी से जहा सेब की अच्छी फसल हुई तो कई स्थानों में ओलावृष्टि से सेब की पैदावार खराब हो गई जिन काश्तकारों की सेब की फसल अभी बची हुई है वो वो छिड़काव करके अपने सेब की अच्छी पैदावार की आस लगाये हुए हैं। क्षेत्र में सुनील मेरग बड़ा गाँव झेलम जुम्मा सहित कई अन्य स्थानों में सेब की काफी अच्छी पैदावार प्रतिवर्ष होती है।