वित्तीय वर्ष 2020-21 की जिला योजना के तहत चालू योजनाओं, बचनबद्ध मदों एवं मानदेय में शासन से प्राप्त धनराशि आवंटन को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। जिला योजना के तहत जनपद में संचालित कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने विभागों को अगामी तीन माह के लिए जरूरी कार्यों के लिए आवश्यकता के अनुसार शीघ्र धनराशि की डिमांड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा पीआरडी स्वयं सेवकों के पारिश्रमिक मानदेय, चालू/बचनबद्ध योजनाओं तथा कोविड 19 की रोकथाम, कृषि एवं कृषि सर्वगीय विभागों की योजनाएं एवं रोजगार सृजन हेतु जिला योजना के तहत अभी तक रु. 1116.84 लाख धनराशि अवमुक्त की गई है। जिसे विभागों को आवंटित किया जाना प्रस्तावित है। जिलाधिकारी ने कृषि, उद्यान, उद्योग, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य, पेयजल, सिंचाई, चिकित्सा, उरेडा, शिक्षा, सहकारिता, पर्यटन, सामुदायिक विकास आदि विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला योजना के तहत चालू एवं बचनबद्व योजनाएं के सापेक्ष अगले तीन माह तक के लिए जरूरी कार्यों हेतु आवश्यकता के अनुसार शीघ्र धनराशि की डिमांड उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। ताकि जिला योजना से धनराशि अवमुक्त की जा सके।प्रवासियों को जल्द स्वरोजगार मुहैया कराने पर जोर देते हुए जिलाधिकारी कहा कि ऐसी योजनाओं के प्रस्ताव तैयार किए जाए जिससे कम से कम समय में प्रवासियों को रोजगार मिल सके। उन्होंने रेखीय विभागों को निर्देश दिए कि प्रवासियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विभागीय योजनाओं के अतिरिक्त भी अगर कोई ठोस योजना है तो उसका प्रस्ताव 25 जून तक उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस दौरान जिला योजना के तहत विभागों द्वारा संचालित कार्यो की गहनता से समीक्षा की गई और समय से कार्यो को पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। विभागीय अधिकारियों ने जिला योजना के तहत संचालित कार्यो की जानकारी देते हुए अगामी तीन माह के लिए आवश्यक बजट की डिमांड जिलाधिकारी के समक्ष रखी। कृषि, उद्यान, पशुपालन विभाग के अधिकारियो ंने कृषकों, काश्तकारों को फसल बीज, उर्वरक, कृषि यन्त्र, पशुचारा आदि कार्यो के लिए बीस बीस लाख बजट आवंटन की मांग रखी। वही डेयरी ने 7.32 लाख, मत्स्य ने 4 लाख, उरेडा ने 11.50 लाख, राजकीय सिंचाई ने 126.65 लाख, एलोपैथिक ने 8.90 लाख, आयुर्वेदिक ने 24.13 लाख, सामुदायिक विकास ने 12.40 लाख, प्रावधिक शिक्षा ने 14 लाख, लघु उद्योग ने 3 लाख, खादी ग्रामोद्योग 2 लाख, रेशम ने 3 लाख, पर्यटन ने 31.06 लाख, क्रीडा ने 2.00 लाख बजट की आवश्यकता बताई। जिलाधिकारी ने विभागों को बजट आंवटन हेतु औचित्य के साथ शीघ्र डिमांड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, डीडीओ एसके राय, सीएमओ डा0 केके सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
डीएम चमोली ने विभागीय अधिकारियों को ऐसे योजनाओ के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए जिससे प्रवासियों को कम से कम समय में रोजगार मिल सके - संजय कुंवर चमोली
डीएम चमोली ने विभागीय अधिकारियों को ऐसे योजनाओ के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए जिससे प्रवासियों को कम से कम समय में रोजगार मिल सके - संजय कुंवर चमोली