- म्यारा पहाड़ भै बन्दों तुम सूणा
ये भूमि मां डाई लगाण
रूखी हवेगी धरती भै बैण्यों
डाई लगे हमुन सजाण
बिन डाई का म्यारा भै बैण्यों
रूठी गैं गों कु पाणी
बिन पाणी का म्यारा भै बैण्यों
सुखी गें गों की धाण
तों डाई का छैल भै बैण्यों
बेठुलू क्वें बाटू बटोई
डाइयों मां बसदा भै बैण्यों
देवी देवतों कु थान
डाई लगोण कु काम होंदू
भै बैण्यों पुण्य कु धाम
डाई च प्राण बौण च मैत
अपणा मैत कु बौण कटेण नी दैण
धरती धै लगाणी भाइयों घुघुती सुणाणी
डाई लगोण भाइयों बौण बचोण
अपणु उत्तराखण्ड तैं स्वर्ग बणाण
दुनियां तें हमुन भाइयों संदेश दैण
डाई लगोण भाइयों बौण बचोण अपणु उत्तराखण्ड तैं स्वर्ग बणाण दुनियां तें हमुन भाइयों संदेश दैण - रघुबीर सिंह नेगी