ऐ मेरा क्वल्यांश दिल
ऐ मेरा क्वल्यांश दिल
अरे क्या देखणु छै तू
क्या सोचणु छै तू
और बिना बात कू किले
पिथ्योणु छै रै तू
खाली हाथ ऐ तू,खाली हाथ जाण च
ईं सच्ची हुन्य्यार से किले तू अपच्छाण च
और जब खाली हाथ ऐ तू
और खाली हाथ जाण
तब मेरी माण
बिना बात कु किले रुसाण
ऐ मेरा क्वल्यांश दिल
ऐ मेरा क्वल्यांश दिल
अरे क्वी नी होन्दु रे अपडु
अपड़ा भी होयां बिरणा छन
तू अफुए पर द्योख दूँ
तेरा दी भोते द्वी आँखा साणा छन
अरे एक आंखू साणु तेरु
एक आंखू काणु च
साणु आंखू दिल तेरु
काणु आंखू दिमाग च
अरे साणु आंखू बन्द कर
काणु आंखू उगाड दूँ
और मने बात मन मा रोख
ईं दुनियां पछाण दूँ
ऐ मेरा क्वल्यांश दिल
और इतगा किले अंगतयुं तू
किले बडीयुं आतरु
चट्टी बूटी खट्टी मीठी
भै बन्धु मा बाँट दूँ
अरे माटा कू डिक्कू छै रे तू
त्वीन भी एक दिन फूटी जाण
और ये माटा का शरीर न
माटा मा ही मिली जाण
ए मेरा क्वल्यांश दिल
अरे या मांग स्या मांग
किले कन्नू इतगा मांग
मांगण छोड़दी तू भीख
और दूसरा की ठकुलि बठुली देखि
किले कन्नू छै रै हीश्
धाण कर धन्धा कर
कुछ मेहनत कन् सीख
अरे जाती कू मनखी छै रै तू
इज्जत से रौण सीख
ए मेरा क्वल्यांश दिल
अपड़ा दुःख सुख तेँ
हँसी हँसी काट ली
बड़ो की इज्जत कर
छोटो तें प्यार दी
अपड़ी ईं जिंदगी तेँ
थोडा सां सवार ली
ईं दुनियां मा ए तेँ नो किले धरै त्वीन
तेरी समझ मा नि आई
त्वीन जरा भी नि चिताइ
की 84 लाख यौन भुगतिन
तब जै तेँ मनखी ज्वोना पाई त्वीन
ऐ मेरा क्वल्यांश दिल
केन क्या बिगाड़ी तेरु
यनु काम किले कन्नू
अपडु घोर द्योख दूँ
दुसरो घोर किले हैंनु
द्वी रोटी कम खा
एक घूंट कम पि
अरे चार दिने जिंदगी च
शान से गुजार ली