युसर्क और समर्थनम ट्रस्ट के तत्वावधान में वेबिनार आयोजित, मुन्ना सिंह चौहान रहे मुख्य अतिथि - जगदम्बा मैठाणी की रिपोर्ट

  • उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसन्धान केंद्र (युसर्क) व समर्थनम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में एक वेबिनार 
     कोविड-19 चुनौतियां एवं अवसर मुख्यतः विशेष जरुरत वाले लोगों के सन्दर्भ में -
    वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व कोविड-19 महामारी के प्रभाव से जूझ रहा है व महामारी से लड़ने के लिए खुद को अनुकूल बनाने का प्रयत्न है। कोविड-19 महामारी ने दैनिक जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित किया है और हर कोई संघर्षरत है । इस महामारी का प्रभाव विशेष जरुरत (दिव्यांगों) पर अत्यधिक पड़ा है। विषय की गंभीरता को देखते हुए उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसन्धान केंद्र (युसर्क) व समर्थनम ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में एक वेबिनार " कोविड-19: चुनौतियां एवं अवसर मुख्यतः विशेष जरुरत वाले लोगों के सन्दर्भ में " विषय पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मुन्ना सिंह चौहान, विधायक, विकासनगर , देहरादून द्रारा वेबिनार की अध्यक्षता की गयी।
    कार्यक्रम के प्रारम्भ में यूसर्क के निदेशक प्रोफ दुर्गेश पंत के द्वारा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जुड़े समस्त  विशेषज्ञों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया की यूज़र्स निरंतर "पीपल विद  स्पेशल नीड्स"' दिव्यांग जनों के लिए विभिन्न विषय केंद्रित कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है ।
    कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय विधायक श्री मुन्ना सिंह चौहान ने अपने सम्बोधन में इस प्रकार के कार्यक्रमों की आयश्यकता पर बल देते हुए कहा की दिव्यांगजनों  को कोविड-19 के समय में विशेष सहयोग प्रदान करते हुए उन्हें सोशल डिस्टेनसिंग मास्क के सैनीटाईजर साथसाथ उन्हें तकनीकी रूप से भी सक्षम बनाया जा सकता है एवं दिव्यांगजनों हेतु दीर्घकालीन  नीति के आधार पर कार्य करते हुए इस कोरोना काल में विभिन्न प्रकार की चुनौतियों के समाधान हेतु कार्य करने  की आवयश्कता है । समर्थनम ट्रस्ट के श्री जी के महंतेश ने ट्रस्ट द्वारा किये जा रहे कर्यों पर प्रकाश डालते  हुए  कहा विभिन्न विभागों  द्वारा कोविड योद्धाओं के माध्यम  से  भी दिव्यांगजनों  हेतु महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया गया है ।  संतोष कुमार रुंगटा ने कहा की दिव्यांगजनों हेतु विशेष नीति के तहत कार्य करने  की आवयश्कता है। कार्यक्रम के मॉडरेटर श्री युवराज  सिंह ने कहा की दिव्यांगजनों  के लिए ऐसी  तकनीकी की आवश्यकता  है जो उनको  सहयोग प्रदान कर सके। श्री प्रशांत वर्मा  ने दिव्यांगजनों की शिक्षण व्यवस्था को और अधिक सुधारने को कहा .
    दिव्यांग सलाहकार डॉ, राजेंद्र ने दिव्यान्गजनों को सशक्त बनाते हुए उनको आर्थिक एवं सामाजिक रूप से आजीविका में सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर संबोधित किया . सीनियर मेनेजर श्री आमिर थापा  (सी एम्) ने नेपाल से जुड़ते हुए कहा की चौधरी  फाउंडेशन दिव्यान्ग जनों के उत्थान एवं कोविड महामारी में पुनर्वास और आजीविका सुधार हेतु कार्य कर रहा है।दिव्यांगजन के सशक्तिकरण हेतु कार्य कर रही। डॉ. सुजाता सिन्हा ने कहा की, कोरोना काल में सामाजिक दूरी के साथ –सस्थ उनकी आजीविका एवं स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते हुए गंभीरता से कार्य करने की आवश्यकत है .श्री मुरली ने कहा की कैसे हम सभी अपना योगदान दे सकते हैं . साहस फाउंडेशन के शाहब नकवी  ने ग्रास रूट लेवल पर कार्य करने की बात कही।
    श्री शैलेन्द्र यादव ने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों के दिव्यांगनों हेतु कार्य योजना के अनुसार कार्य करने पर अपना वक्तव्य रखा। लॉक डाउन  काल में सरकार की गाइडलाइन के पालन कराते हुए दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की बात कही।कार्यक्रम में युसर्क के वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा व डॉ, मंजू सुन्द्रियाल ,डॉ, ओमप्रकाश  नौटियाल, डॉ, राजेंद्र राना , उमेश , ओम जोशी  और राज दीप  के द्वारा विशेष सहयोग प्रदान करते हुए  कार्यक्रम आयोजित किया गया।श्री नरेश नयाल ,प्रज्ञा  भारद्वाज, अनुराधा ध्यानी , शिवराम देशपांडे  सहित पूरे कार्यक्रम में 120 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा ऑनलाइन प्रतिभाग किया गया। युसर्क के निदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पन्त ने कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्य अतिथि , विशेषज्ञों सहित सभी का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन यूसर्क के वरिष्ठ वैज्ञानिक  डॉ, मंजू सुन्द्रियाल ने किया।