बदरीनाथ : बामणि,पांडुकेश्वर गाँव के तीनों हकहकूकधारी थोकों ने बैठक कर 15मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि को दिया समर्थन -
ग्राम पांडुकेश्वर (बामणि बदरीनाथ) के सभी हक हकूकधारी एवं तीनों थोकों(मेहता,भंडारी,कमदी) के अध्यक्षों द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि टिहरी नरेश श्री मनुजेंद्र शाह द्वारा भगवान बदरी विशाल जी के कपाट खुलने की तिथि 15मई घोषित की गई जो कि शास्त्र सम्मत एवं पौराणिक मान्यताओं, परम्पराओं एवं रीति रिवाजों के अनुसार सर्व मान्य है।यह भी स्पष्ट किया गया कि पौराणिक परम्पराओं और रीति रिवाजों के अनुसार भगवान बदरी विशाल जी की मूर्ति को स्पर्श करने का एकमात्र अधिकारआदि काल से पूज्य शंकराचार्य जी के वंशज नंबूदरी जातिके बाल ब्रहमचारी ब्राहमन रावल जी ही अनादि काल से अधिकृत है।बदरी विशाल जी की उत्सव मूर्ती उद्धव जी पांडुकेश्वर के योग ध्यान बदरी मंदिर में शीतकाल में पुजार्थ विराजमान होती है तथा श्री बदरी नारायण के खजांची भगवान कुबेर जी बदरीश पंचायत में अनादि काल से विराजित हैं।यह मूर्ती शीत काल में पांडुकेश्वर के हकहकूकधारी द्वारा कुबेर मंदिर में पूजे जाते हैं। तीनों थोंकों के अध्यक्षों द्वारा संरक्षित श्री कुबेर देवरा एवम् ग्राम कल्याण समिति पांडुकेश्वर ने भी आगामी 15मई को भगवान श्री हरि नारायण के कपाट खुलने की तिथि को खुल कर अपना समर्थन दिया है।
और पौराणिक मान्यता अनुसार कपाट खुलने के साथ रावल द्वारा पूजा सम्पन्न होने का भी समर्थन दिया है। साथ ही कहा है की किसी भी तरह की धार्मिक मर्यादाओं के साथ छेड़ छाड़ और बदलाव को समिति बर्दास्त नही करेगी।
बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने की प्रवर्तित तिथि 15 मई का पांडुकेश्वर के तीनों थोकों के हकहकूकधारियों ने किया समर्थन संजय कुंवर पांडुकेश्वर