चतुर्थ केदार रूद्रनाथ के कपाट हुए शीतकाल के लिए बंद

उच्च हिमालयी धाम पंच केदारों में चतुर्थ केदार रूद्रनाथ धाम के कपाट शनिवार को प्रातः पूजा विधि विधान के साथ शीत काल के लिए बंद हो गये है। भगवान रूद्रनाथ की उत्सव डोली शनिवार की देर सांय अपने शीतकालीन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर में पहुंचेगी। जहां पर छह माह तक पूजा अर्चना की जायेगी।


शनिवार प्रातः साढे छह बजे रूद्रनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिये गये है। कपाट बंद होने के अवसर सैकाड़ों की तादाद में पहुंचे भक्तों ने भगवान रूद्रनाथ के जयकारे लगाये। सुबह चार बजे से ही कपाट बंद होने की प्रक्रिया मंदिर के पुजारी वेद प्रकाश भट्ट ने शुरू कर दी थी। जिसके बाद साढे छह बजे मंदिर के कपाट विधि विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गये है। वहीं भगवान रूद्रनाथ की उत्सव डोली ने भक्तों के साथ अपने शीतकालीन प्रवास गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर के लिए प्रस्थान किया। उत्सव डोली देर सांय तक अपने गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर पहुंचेगी।