पितृ विसर्जन अमावस्या पर मोक्ष नगरी श्री बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी। ब्रह्मकपाल तीर्थ पर श्रधालुओं द्वारा अपने पितरों को दिया जा रहा तर्पण पिंडदान।
पितृ विसर्जन के अवसर बदरीनाथ धाम में श्रद्धालुओं ने ब्रह्मकपाल पर पिंडदान और तर्पण किया।
कोरोना महामारी के दौरान भी तीर्थयात्रियों की आस्था में कमी नहीं आयी है। देशभर से प्रतिदिन श्रद्धालुगण श्री बदरीनाथ धाम में दर्शनों को पहुंच रहे हैं।
गुरुवार को बदरीनाथ धाम में पितृ विसर्जन के अवसर पर
श्रद्धालुओं ने मंदिर दर्शन के साथ ही ब्रह्मकपाल में अपने पितरों को पिंडदान और तर्पण दिया।
बदरीनाथ धाम के प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी जी ने बताया कि उत्तराखण्ड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड" द्वारा जारी की गयी 'मानक संचालन प्रक्रिया'(SOP) का पूर्णत: पालन किया जा रहा है। बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेन्सिंग , मास्क पहनना संबंधित' जानकारी से अवगत कराने के पश्चात् दर्शन किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बदरीनाथ में एक दिन में अभी अधिकत्तम 1200 यात्री ही दर्शन कर सकेंगे ।
वहीं मंदिर को निश्चित अंतराल में सेनेटाइज किया जा रहा है। आज बृहस्पतिवार को अच्छी संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ पहुंचे । सुबह 11 बजे तक 400 तीर्थ यात्रियों ने भगवान के दर्शन किये।