बदरीनाथ : ग्रहण सूतक काल समाप्त, पंचतत्व हवन पूजा और शुद्धिकरण के पश्चात श्री बदरीनाथ मंदिर के कपाट पुनः खोले गए - बदरीनाथ धाम सहित जोशीमठ में 10:25 से सूर्य ग्रहण देखना आरंभ हुआ हल्के बादलों के बीच सूर्य ग्रहण दिखाई दिया क्योंकि सुबह से ही पहाड़ों में बादल छाए हुए थे बादलों के बीच से सूर्य का रंग रूप धीरे-धीरे बदलने लगा 10:25 पर जब सूर्य ग्रहण शुरू संपूर्ण तरीके से सूर्यग्रहण ठीक 12:05 के बाद दिखाई दिया जिसके बाद बद्रीनाथ धाम सहित चमोली जनपद के अन्य जगहों पर अंधेरा सा छा गया सूर्य ग्रहण को देखने के लिए लोग अपने-अपने छतों में आए और तस्वीरों को भी कैमरों में कैद करके इस अद्भुत नजारे को देखा।
बदरीनाथ मंदिर में सूर्य ग्रहण हटने के बाद पंच तत्व हवन और गौमूत्र आदि पंच ग्रव्य प्रक्रियाओं का पालन कर मंदिर के शुद्धिकरन के बाद श्री धाम बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिये गए,उसके बाद भगवान श्री नारायण का महा अभिषेक किया गया।
ग्रहण सूतक काल समाप्त के बाद हवन पूजा और शुद्धीकरण कर बदरीनाथ के कपाट पुनः खोल दिए गए - संजय कुंवर बदरीनाथ धाम